कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में रविवार (3 नवंबर) को मंदिर पर हुए हमले और श्रद्धालुओं से मारपीट मामले में हिंदू सभा मंदिर ने भी एक्शन लिया है। हिंदू सभा के अध्यक्ष मधुसूदन लामा ने पुजारी राजेंद्र प्रसाद को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में आदेश जारी हुए हैं।
जारी आदेशों के मुताबिक, राजेंद्र प्रसाद प्रदर्शन में शामिल थे। जिसके चलते उन पर ये कार्रवाई की गई है। नाडा के ब्रैम्पटन में मंदिर में खालिस्तानी समर्थकों ने श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी। खालिस्तानी समर्थकों ने श्रद्धालुओं को लाठी-डंडे से पीटा। खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शन में शामिल होने वाले एक पुलिस अधिकारी हरिंदर सोही को सस्पेंड कर दिया है। हरिंदर सोही पील रीजनल पुलिस चीम में अधिकारी के पद पर है।
कैंप के दौरान हुआ था हमला
ब्रैम्पटन में हाईकमिशन ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया।
लगाए जय श्री राम के नारे
जिसके बाद ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग खालिस्तान समर्थकों के हमले के खिलाफ प्रदर्शन के लिए जमा हुए हैं। लोग खालिस्तान मुर्दाबाद और जयश्री राम के नारे लगा रहे हैं। इस दौरान कनाडाई सार्जेंट के खालिस्तानियों के प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर पुलिस के खिलाफ भी गुस्सा जाहिर किया और 'पील पुलिस, शर्म करो' जैसे नारे लगाए।
पीएम मोदी ने की थी निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकतीं। वहीं विदेश मंत्रालय ने भी कनाडा की सरकार से पूजास्थलों की रक्षा की अपील की थी।
इससे पहले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है।