ट्रेन हाईजैक मामले में पाकिस्तान की आर्मी का बड़ा बयान सामने आया है। पाक आर्मी ने बताया कि ट्रेन हाईजैक में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने 26 बंधकों की हत्या की। इनमें 18 सेना और बाकी अर्धसैनिक बल के थे। वहीं इस ऑपरेशन के दौरान पाक सेना ने 33 बलोच उग्रवादियों को मार गिराया है।
354 पैसेंजर्स की जान बचाई गई
बलोचिस्तान के सीएम सरफराज बुगती ने कहा कि ट्रेन हाईजैक में 400 से ज्यादा पैसेंजर्स को बलूच आर्मी ने बंधक बना लिया था। जिसके बाद सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और 33 उग्रवादियों को मार गिराया और 354 पैसेंजर्स की जान बचा ली गई। इनमें 37 पैसेंजर्स जख्मी हुए हैं। जिनका अस्पताल में ईलाज चल रहा है।
पाक पीएम शहबाज शरीफ का भी आया बयान
वहीं पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ का भी इस हमले को लेकर बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस कायराना हरकत से गहरे सदमे में है और निर्दोष लोगों की जान जाने से दुखी हूं। ऐसे कायरतापूर्ण कृत्य शांति के लिए पाकिस्तान के संकल्प को नहीं डिगाएंगे। हमारे सैनिकों ने कई विद्रोहियों को नर्क भेज दिया गया है।
भारत पर लगाए अशांति फैलाने के आरोप
वहीं इस दौरान पाक आर्मी के प्रवक्ता ने बलोचिस्तान में अशांति फैलाने के लिए भारत का आरोप लगाया है। इसके साथ ही कहा कि इस हमले के पीछे अफगानिस्तान का भी हाथ हो सकता है। क्योंकि पहले भी अफगानिस्तान के लड़ाके आतंकी हमला कर चुके हैं। पर पाक सरकार आतंकियों की साजिश को पूरा नहीं होने देगी।
इस तरह बलूच आर्मी ने किया था हमला
पाकिस्तान के क्वेटा से जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह लगभग 9 बजे पेशावर के लिए रवाना हुई थी। इस ट्रेन को दोपहर 1.30 बजे सिब्बी पहुंचना था। लेकिन बोलान के माशफाक टनल में हमला हुआ। ट्रेन जहां से गुजर रही थी, वह पहाड़ी इलाका है। यहां 17 सुरंगें हैं, जिस कारण ट्रेन की रफ्तार धीमी करना पड़ी, जिसका फायदा उठाकर बीएलए ने माशफाक में टनल नंबर-8 को उड़ा दिया। इससे ट्रेन बेपटरी हो गई और ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया। इस हमले को BLA ने पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया। BLA के लड़ाके पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। हमले के लिए BLA ने अपने सबसे घातक लड़ाके मजीद ब्रिगेड और फतेह को तैयार किया था।
पाकिस्तान से अलग होना चाहता है बलोचिस्तान
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी लंबे समय से पाकिस्तान से अलग बलूचिस्तान देश की मांग को लेकर संघर्ष कर रही है और बलूचिस्तान में अलग सरकार चाहती है। BLA की यह भी मांग है कि पाकिस्तान आर्मी बलूचिस्तान से अपनी सभी सैनिकों का हटाए। बीएलए बलूचिस्तान से होकर गुजरने वाली चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना का भी विरोध रही है। आरोप है कि परियोजना के कारण बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं।