BSF के जवानों भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे 500 बांग्लादेशियों को वापिस भेजा। यह सभी बांग्लादेश में हो रही हिंसा को लेकर डरे हुए थे और भारत की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे। BSF जवानों ने इसकी जानकारी बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को दी। जिसके बाद वह सभी लौट गए।
बांग्लादेश में हिंसा से 500 से ज्यादा की मौत
बांग्लादेश में हो रही हिंसा में अबतक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जगह-जगह सरकारी संपत्तियों के साथ तोड़फोड़ की जा रही है। वहीं नेताओं और क्रिकेटरों के घरों को भी आग लगा दी जा रही है। शेख हसीना के देश छोड़ जाने के बाद 232 लोगों की मौत हुई है।
शेख हसीना भारत की शरण में, पार्टी नेताओं की हत्या
शेख हसीना हिंसा बढ़ती देख 5 अगस्त को बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थी। वह अभी तक भारत की ही शरण में है। पर बांग्लादेश में उनकी अवामी लीग पार्टी के 29 नेताओं की हत्या कर दी गई है। वहीं रेलमंत्री के घर पर भी तोड़फोड़ की गई और लूट लिया गया।
इस कारण बांग्लादेश में फैल रही है हिंसा
बांग्लादेश में हिंसा की लहर फैलने का कारण यह है कि प्रदर्शनकारी 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। पहले जब हिंसा भड़की थी, तो कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था।
पर बावजूद इसके, हिंसा का सिलसिला थम नहीं पाया। जिस कारण यह पूरी हिंसा भड़की और पूरा बांग्लादेश इसकी चपेट में आ गया।
हाई अलर्ट पर है BSF
बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए भारत ने अपनी सीमा सुरक्षा को मजबूत किया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में सभी यूनिट को हाई अलर्ट पर रखा है।