खबरिस्तान नेटवर्क: बाबा बर्फानी के दर्शन का इंतजार कर रहे भक्तों के लिए अच्छी खबर है। इस साल यानी 2025 की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरु होगी और 9 अगस्त तक चलेगी। इस बीच अमरनाथ गुफा और पवित्र शिवलिंग की पहली तस्वीरें सामने आई हैं। बर्फ का शिवलिंग करीब 7 फीट ऊंचा है। वहीं सफेद बर्फ से ढके अमरनाथ का नजारा स्वर्ग जैसा दिखाई दे रहा है।
तस्वीरों में पवित्र शिवलिंग को अपने पूर्ण रूप में देखा जा सकता है और पवित्र गुफा के आसपास का एरिया भी भारी बर्फ से ढका हुआ है।
VIDEO देखने के लिए क्लिक करे
जाने अमरनाथ यात्रा के दोनों रूट के बारे में
पहलगाम रूट
पहलगाम रूट से गुफा तक पहुंचने में करीब 3 से 5 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। पहलगाम अमरनाथ ट्रेक का बेस कैंप है, जो अमरनाथ गुफा से 47 किमी की दूरी पर है। सभी यात्री पहलगाम से अमरनाथ तक की यात्रा पैदल कर सकते है । पहला पड़ाव चंदनवारी के बेस कैंप से लगभग 16 किमी दूर है जिसके बाद असली ट्रेक शुरू होता है। अगला पड़ाव 3 किमी पर पिस्सु टॉप है जिसके बाद, आप 9 किलोमीटर की दूरी पर शेषनाग पहुचंते है।
शेषनाग के बाद पंजतरणी आता है, जो 14 किमी दूर है। 6 किमी और चलने के बाद, आप अमरनाथ की गुफा में पहुचेंगे।
ट्रेकिंग मार्ग: पहलगाम – चंदनवारी – पिस्सु टॉप – शेषनाग- पंचतरणी – अमरनाथ गुफा
बालटाल रूट
वक्त कम हो, तो बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन इसमें सिर्फ खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर दिक्कत होती है। इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ हैं।
किन बातों का ध्यान रखें
अमरनाथ यात्रा के दौरान मेडिकल सर्टिफिकेट, 4 पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, आरएफआईडी कार्ड, ट्रैवल एप्लिकेशन फॉर्म अपने साथ रखें। इसके साथ ही फिजिकल फिटनेस के लिहाज से हर रोज 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलने की प्रैक्टिस करें। सांस वाला योग और एक्सरसाइज करें।
अमरनाथ यात्रा पर ले जाने के लिए चीजें
गर्म कपड़े और ऊनी टोपी और मोज़े
हवा से बचने की जैकेट
सनस्क्रीन और कीड़ों से बचने की क्रीम
पानी से बचाने वाले जूते और कोट
ट्रेकिंग करने के लिए लाठी
स्टील की पानी की बोतल
फर्स्ट ऐड किट
अधिक बैटरी के साथ टोर्च