देश के ज्यादातर युवा बेरोजगारी की समस्याओं से जूझ रहे हैं। युवा नौकरी की तलाश में अक्सर लगे रहते हैं। दिनरात मोबाइल चलाते रहते हैं। यूपी के ग्रेटर नोएडा में रहने वाला लड़का राहुल भी दिनरात वेबसीरीज देखता रहता था। ऐसे में उसके शैतानी दिमाग में अपने फ्लैट में ही गांजे की खेती करने का आईडिया आया। जिसने उसे लखपति बना दिया लेकिन वह अब जेल की हवा खा रहा है। जिसको लेकर पुलिस ने खुलासा किया है।
50 हजार तक का बिकता था
बताया जा रहा है कि राहुल ने अपने घर में ही गांजे की खेती की और उससे करीब 50 लाख रुपए कमाए। एक पौधे को उगाने में 100 दिन लगते थे जो कि जिसमें 6 हजार का खर्चा ही जाता है और फिर बाजारों में एक 50 हजार तक का बिक जाता है।
4 महीने से कर रहा था खेती
पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी जो उत्तर प्रदेश, मेरठ के दारौला का रहने वाला है। राहुल पिछले चार महीने से इसकी खेती कर रहा था। उसने 50 से ज्यादा पौधे सिर्फ चार महीने में उगा दिए। उसके फ्लैट से 2 किलो से भी ज्यादा गांजा और 163.4 ग्राम ओशियन गांजा यानी प्रिमियम गांजा बरामद हुआ। इसके साथ ही उसके फ्लैट्स से और बीज समेत खेती का सामान भी बरामद हुआ। पुलिस ने बताया कि सूर्य की रोशनी के लिए भी ऑनलाइन लाइट्स मंगवाई थी।
80 पौधों का ऑर्डर आया हुआ था
बता दें कि आरोपी ने अभी तक इस कारोबार से लगभग 12 लाख की कमाई कर चुका था। वह 10 से 20 पौधे बेच चुका था। इसके बाद उसे करीब 80 पौधों का ऑर्डर मिला, जिनकी कीमत 48 लाख रुपये होती। इन गांजा के पौधों की सप्लाई वह अपने ग्राहकों को डार्क वेब के जरिए ही करता था। उसने गांजा पौधे के बीज एक विदेशी ऑनलाइन वेबसाइट से मंगाए थे।
60 से 80 हजार का मुनाफा होता था
पकड़े गए आरोपी राहुल से पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने बताया कि गांजे के एक पौधे की खेती में करीब छह-सात हजार रुपये का खर्च आता है लेकिन उससे 30 से लेकर 40 ग्राम तक ओजी निकलता है, जिसकी बाजार में कीमत 60 से लेकर 80 हजार तक होती है, यानी एक पौधा उगाने में जहां सात हजार की लागत आई। वहीं 60 से 80 हजार का मुनाफा तस्कर को होता है।
ऑनलाइन सीखी थी खेती करनी
आरोपी राहुल ने पुलिस को बताया कि उसने गांजे की खेती ऑनलाइन सीखी थी। वेबसीरीज देखकर उसने अपने फ़्लैट को ही नर्सरी बना लिया। इसके बाद डार्क वेब के जरिये इसकी सप्लाई करने लगा। उसने पुलिस को बताया कि एक पौधे की खेती में छह से सात हजार का खर्चा आता है। लेकिन बाजार में बेचने पर अस्सी हजार की कमाई होती है। बीस पौधे बेचकर उसने अभी तक बारह लाख कमाए थे।