देश में लगातार बम विस्फोट की धमकी मिल रही है। स्कूलों, फ्लाइटों और होटलों के बाद अब तिरुपति के इस्कॉन मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी मिलते ही पुलिस और मंदिर प्रशासन में हड़कंप मच गया। धमकी मिलने के बाद बम निरोधी दस्ते के साथ पुलिस इस्कोन मंदिर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया गया। लेकिन मंदिर परिसर में कोई विस्फोटक नहीं मिला। वहीं अब मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हर आने जाने वाले की कड़ी चेकिंग की जा रही है।
आधा दर्जन होटलों को मिली बम से उड़ाने की धमकी
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 अक्टूबर की देर रात धमकी वाला ईमल मिला था। हालांकि जांच में कुछ भी नहीं मिला। पिछले तीन दिन में तिरुपति शहर के करीब आधा दर्जन होटलों को बम रखे होने की झूठी धमकियां मिली हैं।
वहीं कल भारतीय एयरलाइंस कंपनियों की 50 फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इन फ्लाइट्स में सबसे ज्यादा इंडिगो की 18, विस्तारा 17 और अकासा की 15 फ्लाइट्स शामिल थी। पिछले 2 हफ्तों से लगातार फ्लाइट्स को धमकियां मिलने का सिलसिला चल रहा है। पर अभी तक इस पर कोई रोक नहीं लगा जा सकी है।
350 से ज्यादा फ्लाइट्स को मिली धमकियां
देश में पिछले 2 हफ्तों में 350 से ज्यादा फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं। इसमें डोमेस्टिक और इंटरेशनल फ्लाइट्स भी शामिल हैं। जब इन सभी धमकियों की जांच की गई तो यह सभी झूठी निकलीं। पर इन धमकियों के कारण एविएशन कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
700 करोड़ से ज्यादा का हुआ नुकसान
धमकियों से 700 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो गया है। क्योंकि जब फ्लाइट को बम से उड़ाने की जानकारी मिलती है तो निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय पास के एयरपोर्ट पर उतारा जाता है। इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है फ्लाइट की जांच करने, यात्रियों को होटलो में ठहराने और उन्हें मंजिल तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था करती होती है। इस सब में करीब 3 से 4 करोड़ रुपए तक खर्च हो जाते हैं। जिसके कारण एविएशन सेक्टर को 700 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।
DGCA प्रमुख को हटा चुकी है केंद्र
लगातार फ्लाइट्स को मिल रही धमकी के बीच केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) प्रमुख विक्रम देव दत्त को पद से हटा दिया है। यह फैसला लगातार फ्लाइट्स को मिल रही धमकियों के कारण लिया गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को एडवाइजरी जारी
वहीं केंद्र सरकार ने इन धमकियों पर सख्त रवैया अपनाया है। आईटी मिनिस्ट्री ने 26 अक्टूबर को एडवाइजरी जारी कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से कहा कि अगर वे ऐसी झूठी सूचनाओं को फौरन नहीं हटाते हैं तो उन्हें आईटी एक्ट के तहत मिलने वाली इम्युनिटी रद्द कर दी जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि ऐसी सूचनाओं को तुरंत हटाकर इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को भी देनी होगी।