काली कमाई को सफेद करता था भगवंत भूषण, घर से ही उठा लिया विजीलैंस ने
जालंधर। पंजाब विजीलैंस ने जीएसटी घोटाले में भगौड़े चल रहे एक्साइज अफसर बलबीर कुमार के साथी भगवंत भूषण को उसके घर कृष्ण नगर, रेलवे रोड से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भगवंत भूषण को विजीलैंस ने भगौड़ा चल रहे बलबीर कुमार की काली कमाई को सफेद करने के मामले मे गिरफ्तार किया है। आरोपी भगवंत भूषण भ्रष्टाचार के मामले में नामजद था। जिसको लेकर विजीलैंस लगातार छापेमारी कर रही थी और आखिर में गिरफ्तार कर लिया गया।
जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरों के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी बलवीर कुमार विरदी की ड्यूटी के दौरान 1 अप्रैल 2007 से 11 सितंबर 2020 तक 2.08 करोड़ रुपए की आमदन हुई थी। लेकिन इस पीरियड के दौरान आरोपी बलबीर कुमार ने 5.12 करोड़ रुपए के करीब का खर्चा किया है। जो कि उसकी आमदन से 145.40 फीसदी ज्यादा बनता है। बलबीर कुमार विरदी ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए अपनी आमदनी से अधिक संपति बनाई। जिसके दोष में विजीलैंस ब्यूरों 16 मई 2023 को भ्रष्टाचार के तहत धारा 13(1) (बी), 13(2) के अधीन मामला दर्ज किया।
आरोपी का साथ दे रहा था भगवंत भूषण भी
ब्यूरो ने बताया कि जांच में सामने आया कि आरोपी बलबीर कुमार विरदी का साथी भगवंत भूषण भी इस मामले में शामिल है। आरोपी भगवंत भूषण ने दो फर्जी कंपनिया खोली। एक अपनी पत्नी कविता और दूसरी आरोपी एक्साइज अधिकारी बलबीर कुमार विरदी की पत्नी सुरिंदर कौर के नाम पर। एक कंपनी का नाम जगदंबे लाइफ स्टाइल और दूसरी कंपनी का नाम साफ एंड कूल है। आरोपी भगवंत भूषण बलवीर कुमार विरदी की करोड़ों रुपए की काली कमाई को सफ़ेद करने के लिए इन उक्त दोनों बोगस कंपनियों का नाम इस्तेमाल करता था।
एक कंपनी से लिफ्ट लगाने के पैसों की अदायदी की तो दूसरी से कोठी में जनरेटर लगाने की
ब्यूरो ने बताया कि जांच के दौरान ये बात सामने भी आई है कि आरोपी बलबीर कुमार विरदी ने जो अपनी कोठी गुरु गोबिंद सिंह नगर में तैयार करवाई। उसमें जो लिफ्ट लगाई है। 10 लाख रुपए भगवंत भूषण ने फर्जी कंपनी जगदंबे लाइफ स्टाइल से अदायगी लुधियाना की कंपनी को की। दूसरी कंपनी के खाते से 3.18 लाख रुपए के करीब जनरेटर लगाने की अदायगी की। इसलिए भगवंत भूषण को इस मामले में नामजद किया गया।
बलबीर को गिरफ्तार करने के लिए की जा रही छापेमारी
जानकारी के अनुसार अभी तक एक्साइज अधिकारी बलवीर कुमार विरदी विजीलैंस के हाथ नहीं लगा है। विजीलैंस लगातार उसे घर व अन्य ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। आरोपी ने जमानत के लिए जालंधर जिला अदालत में एप्लीकेशन लगाई थी। जिसको खारिज कर दिया गया है।
वर्णनयोग्य है कि उक्त बलवीर कुमार विर्दी और अन्यों द्वारा कुछ ट्रांसपोर्टरों और इंडस्ट्री मालिकों के साथ मिलकर जी.एस.टी. में घोटाला करने के खि़लाफ़ मुकदमा नंबर 9 तारीख़ 21 अगस्त 2020 को आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार एक्ट के तहत धारा 7 और 7-ए के अंतर्गत थाना विजीलैंस ब्यूरो, फ्लाइंग सक्वायड-1, एसएएस नगर मोहाली में मामला दर्ज किया गया था। इस मुकदमे में दोषी बलवीर कुमार विरदी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों से शामिल तफ्तीश हुआ था।