आजाद रंगमंच कला भवन फगवाड़ा के आंगन में हर साल की तरह इस बार भी जालंधर दूरदर्शन के प्रसिद्ध कलाकार, निर्माता-निर्देशक सुपनदीप सिद्धू की याद में पांचवा नाट मेला करवाया गया। जिसमें पंजाबी साहित्य की बड़ी हस्तियों ने शिरकत की। प्रोग्राम का आगाज पंजाबी रंगमंच के कोहिनूर केवल धालीवाल ने रिबन काट के किया।
इसके बाद कनाडा से विशेष तौर पर आए सुपनदीप के माता-पिता दविंदर कौर और गुरमुख सिंह ने दीप प्रज्वलित किया। पंजाबी रंगमंच के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने के लिए 'पंजाबी नाट की इंकलाबी लाट' के तौर पर पहचान बनाने वाली अनीत शबदीश को सुपनदीप सिद्धू यादगारी पुरस्कार के साथ सम्मानित किया गया।
इस मौके पर चेयरमैन संतोख सिंह ढेसी और टीम इंचार्ज बीबा कुलवंत की अगुवाई और डायरेक्टर रणजीत बंसल के निर्देशक पर डॉ. दविंदर का लिखा हुआ इंकलाबी नाटक मशाल दा काफिला खेला गया। जिसे दर्शकों की तरफ से खूब प्रोत्साहित किया गया।
नाटक में अदाकारी करने वाले कलाकारों में अजय बंसल, बबीता धुलेता, डॉ. इंदरजीत पाल, कुलविंदर कौर, कमल आर, नबीता चंबा, सुनीता संधू, एस.पी सिंह, सविता, मेजर कपूरथला, जसलीन और दीपक शामिल थे। म्यूजिक और लाइट का जिम्मा अंगमदीप सिंह और परमिंदर मंढाली ने संभाला।