फिरोजपुर मंडल की तरफ से शंभू स्टेशन पर चल रहे किसानों के धरने के मद्देनजर 16 मई तक 46 ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द कर दिया है और 104 ट्रेनों का रुट डायवर्ट किया है। इसमें से चार ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट करके चलाया जा रहा है। ट्रेनों के रुट डायवर्शन के कारण शाने पंजाब, स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें 3 से 4 घंटे देरी से स्टेशन पर पहुंच रही है। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्री स्टेशन पर बैठकर घंटों ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। एक तरफ जहां यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं रेलवे को भी करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। जिसको लेकर रेलवे के उच्च अघिकारियों में चिंता बनी हुई है।
सीट को लेकर कर रहे बहसबाजी यात्री
ट्रेनों को रुट डायवर्ट और रद्द को लेकर यात्रियों को सीट नहीं मिल पा रही है। वेटिंग की लिस्ट लंबी होती जा रही है। जनरल डिब्बों में सफर करने वाले यात्री एसी क्लास में जाकर बैठने की कोशिश कर रहे हैं। इससे उन यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। जिनकी टिकट कंफर्म है और अपना सफर आराम से करना चाहते हैं। जानकारी के अनुसार कई यात्री तो टीटीई से बहसने लग जाते हैं। क्योकि सीट न मिलने के कारण जब ट्रेन चलने लगती है तो इस अफरा तफरी में दूसरे डिब्बों में चढ़ जाते हैं। जब टीटीई उन्हें उन डिब्बों में चढ़ने और सफर करने का जुर्माना लगाता है तो बहसबाजी हो जाती।
एक्स पर रेलवे को दी जा रही शिकायतें
रेलवे की तरफ से जो समर स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया है। उसका कोई भी फायदा यात्रियों को नहीं हो रहा है। क्योंकि किसान आंदोलन के कारण समर स्पेशल ट्रेनें जालंधर आ ही नही पा रही हैं और जो ट्रेनें जालंधर समर स्पेशल वली आ रही हैं। उसमें पहले ही लंबी वेटिंग लिस्ट चल रही है। जिससे यात्रियों को बैठने तक की जगह नहीं मिल पाती। इस सारे मामले को लेकर कई यात्रियों ने एक्स पर रेलवे को शिकायतें तक भी की हुई हैं।
प्रीमियम ट्रेनें भी हो रही लेट
शंभू स्टेशन पर धरने के कारण पंजाब आने और जाने वाली प्रीमियम ट्रेनों पर भी पूरा असर पड़ रहा है। वंदे भारत एक्सप्रेस, स्वर्ण शताब्दी, शाने पंजाब और जम्मू कटरा एक्सप्रेस ट्रेन आदि कई ट्रेनें देरी से पहुंच रही हैं और चल रही हैं।