पंजाब सरकार ने पंजाब पुलिस के 18 सीनियर आईपीएस अधिकारियों को तरक्की दी है। इनमें 1999 बैच के सीनियर आईपीएस अधिकारी राकेश अग्रवार को ADGP और 2006 बैच की सीनियर आईपीएस धनप्रीत कौर को IGP रैंक पर प्रोमोट किया गया है।
वहीं राजपाल सिंह, सतिंदर सिंह और हरमनबीर सिंह समेत 2008 और 2010 बैच के 10 आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नत करके DIG बनाया गया है। इनके अलावा 6 सीनियर अफसरों को सिलैक्शन ग्रेड देकर प्रोमोशन दी गई है।
सरकार के मुताबिक सीनियरिटी लिस्ट के मुताबिक पोदन्नति दी गई है और इन पदोन्नति को माननीय पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय में दायर विभिन्न लंबित रिट याचिकाओं/न्यायालय के आदेशों/अनुपालन रिपोर्ट के अधीन रखा गया है।
इन 10 को बनाया गया डीआईजी
बैच 2008 के आईपीएस अधिकारी राजपाल सिंह और 2010 बैच के अधिकारियों हरजीत सिंह, जे.ईलनचेजियन, अल्का मीणा, सतिंदर सिंह, हरमनबीर सिंह, अश्वनी कपूर, सुखवंत सिंह गिल, ध्रुमन हर्षदरे निंबाले और पाटिल केतन बालीराम को पदोन्नत करके डीआईजी रैंक दिया गया है।
6 को मिले सिलैक्शन ग्रेड
2011 बैच के अधिकारी विवेक शील सोनी, डा. नानक सिंह, गौरव गर्ग, दीपक हिलोरी, गुरमीत सिंह चौहान और नवीन सैनी को सिलैक्शन ग्रेड-13 के तहत पदोन्नति दी गई है।
इनको नहीं मिलेंगे पंजाब के वित्तीय लाभ
विभिन्न पदों पर पदोन्नत किए गए उन सीनियर आईपीएस अफसरों को पंजाब सरकार की तरफ से मिलने वाले वित्तीय लाभ नहीं मिलेंगे, जो अधिकारी इन दिनों केंद्र सरकार में डैपुटेशन पर हैं। इनको पंजाब में सर्विस के दौरान ही राज्य के वित्तीय लाभ का लाभ मिल सकेगा। 2010 के डीआईजी बनाए गए दो सीनियर आईपीएस अधिकारी ध्रुमन हर्षदरे निंबाले और पाटिल केतन बालीराम के अलावा सिलैक्शन ग्रेड की तरक्की पाने वाले सीनियर आईपीएस गौरव गर्ग, दीपक हिलोरी इन दिनों सैंट्रल डैपुटेशन पर हैं।
इनको भी पूरी करनी होंगे शर्तें
पंजाब सरकार ने पदोन्नति पर भी कुछ अधिकारियों के लिए अलग-अलग शर्तें रखी हैं। इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही उनको प्रोमोशन के लाभ मिल सकेंगे। कुछ अधिकारियों को इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स और मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम फेस-3 में से किसी को पूरा करने के बाद वित्तीय लाभ के लिए योग्य माना जाएगा। सरकार ने इन अधिकारियों को उनको सीनियोरिटी लिस्ट के मुताबिक ही पदोन्नत किया है।