खबरिस्तान नेटवर्क: अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे की जांच सभी पहलुओं के साथ हो रही है। इसमें साजिश की संभावना को भी देखा जा रहा है। यह जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधन मोहोल ने दी है। उन्होंने कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इस मामले की पूरी जांच कर रहा है। ब्लैक बॉक्स भारत में (AAIB के पास) है उसको बाहर नहीं भेजा जाएगा। केंद्रीय मंत्री माहोल पुणे में एनडीटीवी के कार्यक्रम एमर्जिंग बिजनेनस कॉन्क्लेव में बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि - यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था। AAIB इसकी हर एंगल से जांच कर रहा है। CCTV फुटेज भी देखे जा रहे हैं और कई एजेंसियां मिलकर इसकी जांच में जुटी हैं।'
तीन महीने में आ सकती है रिपोर्ट
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि हादसे का कारण अभी साफ नहीं हुआ है कि यह इंजन फेलियल, फ्यूल सप्लाई की समस्या या कोई तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुआ है। ब्लैक बॉक्स में मौजूद सीवीआर और एफडीआर की जांच भी हो रही है। 3 महीने में रिपोर्ट आने की भी संभावना है। उन्होंने बताया कि डीजीसीए के आदेश पर एअर इंडिया के सारे 33 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच भी हो गई है और सब सुरक्षित मिला है। ये हादसा एक अपवाद था और अब लोग बिना डर के यात्रा कर पाएंगे।
संयुक्त राष्ट्र होगा शामिल
एअर इंडिया की ड्रीमलाइनर प्लेन हादसे की जांच में संयुक्त राष्ट्र भी शामिल होगा। संयुक्त राष्ट्र की विमानन संस्था ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन) के एक विशेषज्ञ को ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होने की इजाजत भारत सरकार ने दे दी है। ICAO ने जांच में शामिल होने की इजाजत मांगी थी। भारत ने पारदर्शिता के साथ जांच करने के इरादे से संयुक्त राष्ट्र को इसमें शामिल करने का फैसला लिया है। हादसे की जांच 13 जून से ही एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीम के द्वारा की जा रही है। इसमें विमानन चिकित्सा विशेषज्ञ, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) अफसर और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री का हुआ था निधन
एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI 171 जो कि अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें कुल 230 यात्री सवार थे जिसमें से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत यात्री थी। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी थे उनका भी निधन हो गया।
पायलट ने दिया था मेडे का कॉल
फ्लाइटरडार 24 के अनुसार, विमान का आखिरी सिग्नल 190 मीटर की ऊंचाई पर मिला जो कि उड़ान भरने के तुरंत बाद आया था। भारत के सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए ने बताया कि विमान ने 12 जून की दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के बाद विमान के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को मेडे कॉल भेजा लेकिन इसके बाद कोई भी जवाब नहीं मिला। DGCA के अनुसार, विमान में दो पायलट और 10 केबिन क्रू सहित कुल 242 लोग सवार थे। पायलट के पास 8,200 घंटे और को-पायलट के पास 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव था।
क्या होता है ब्लैक बॉक्स?
आपको बता दें कि ब्लैक बॉक्स प्लेन में लगा एक छोटा उपकरण होता है। यह फ्लाइट के दौरान एयरक्राफ्ट की तकनीकी और वॉइस संबंधी जानकारियां रिकॉर्ड करता है। ब्लैक बॉक्स दो मुख्य रिकॉर्डर से मिलकर बना होता है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर पायलटों की बातचीत का भी रिकॉर्ड करता है। वहीं फ्लाइट डाटा रिकवर विमान की तकनीकी जानकारी जैसे स्पीड, अल्टीट्यूड, इंजन परफॉर्मेंस को रिकॉर्ड करता है। ब्लैक बॉक्स नाम को लेकर कई बातें भी कही जाती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके अंदर का हिस्सा काला होता है इसलिए इसको यह नाम दिया गया है। दूसरी बात यह है कि हादसे के बाद आग से जलकर इसका रंग काला हो जाता है इसलिए भी इसको ब्लैक बॉक्स कहते हैं।