You must have seen the WHOOP device tied on the players wrists : क्रिकेट की दुनिया में आज खिलाड़ियों ने अपने खेल को बेहतर करने के लिए कई तरह के डिवाइस का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक डिवाइस है WHOOP, बीते समय में दुनियाभर के कई मशहूर खिलाड़ियों ने इसे काफी पसंद किया है। विराट कोहली (Virat Kohli) और महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) तक WHOOP के दीवाने बन गए हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं कि आखिरी WHOOP डिवाइस में ऐसा क्या खास है कि ये विराट की भी पहली पसंद बन चुका है।
बिना स्क्रीन ये बैंड है बड़े काम की चीज
व्हूप डिवाइस एक बिना स्क्रीन वाला बैंड हैं जिसे आपने कई खिलाड़ियों की कलाई पर बंधा हुआ देखा होगा। इस एक डिवाइस के कई फायदे हैं। दरअसल, ये बैंड जैसा दिखने वाला डिवाइस एक व्यक्ति की रोजाना की परफॉर्मेंस का स्कोर, हेल्थ मेट्रिक्स, और रियल टाइम स्ट्रेस लेवल तक के बारे में बताता है।
स्क्रीन न होने से खिलाड़ी ध्यान नहीं खोते
इतना ही नहीं, इस डिवाइस के जरिए एक खिलाड़ी अपने हार्ट रेट, ब्रीद रेट, नींद, ब्लड ऑक्सीजन, और अपनी त्वचा के तापमान में होने रहे बदलाव के बारे में तक जानकारी इकट्ठी कर सकता है। क्योंकि इसमें कोई स्क्रीन नहीं है इस वजह से खिलाड़ी व्हूप डिवाइस के कारण अपना ध्यान भी नहीं खोते।
ये है WHOOP के सबसे बड़े फायदे
अगर व्हूप डिवाइस के फायदों की बात करें तो पहले ये डिवाइस आपको आपका ट्रेनिंग प्लान कस्टमाइज करने में मदद कर सकता है। यानी किसी भी व्यक्ति या खिलाड़ी को कब कसरत करनी है और कब आराम करना है इसमें व्हूप मदद कर सकता है। एक आधी नींद लिया व्यक्ति अपने काम में पूरा योगदान नहीं दे पाता।
नींद का भी सुधार करने में मददगार
यही वजह है व्हूप डिवाइस नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करने में मदद करता है। जब यूजर सो रहा होता है तब व्हूप डिवाइस व्यक्ति की नींद की अवधि, क्वॉलिटी और चरणों को ट्रैक करता है। वो व्यक्ति के खर्राटे लेने की तीव्रता और अवधि के भी डाटा को इकट्ठा करता है, ताकी उपभोक्ता की नींद में सुधार किया जा सके।
इकट्ठी की जानकारी 99 प्रतिशत सही
गौरतलब है कि WHOOP व्यक्ति के तनाव के स्त्रोतो की भी पहचान करता है और चोटों से भी बचने में मदद करता है। जब एक खिलाड़ी ओवरट्रेनिंग कर रहा होता है तो WHOOP इसके संकेत देकर उन्हें चोटिल होने से बचाता है। माना जाता है कि इस फिटनेस बैंड के द्वारा इकट्ठी की गई जानकारी 99 प्रतिशत सही होती है।
एक आम व्यक्ति के लिए भी फायदेमंद
यही वजह है आज भारतीय टीम के कई क्रिकेटर जैसे विराट कोहली, एमएस धोनी और हार्दिक पांड्या भी इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और नोवाक जोकोविच भी इसके उपभोक्ता बने हुए हैं। ये डिवाइस एक आम व्यक्ति के लिए भी मददगार है, ऐसे में आप भी इसका फायदा उठा सकते हैं।