पंजाब में दो दिनों से मौसम काफी ठंडा बना हुआ है। वहीं बारिश से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है। लेकिन इस बेमौसमी बारिश ने अन्नदाता किसानों को मिश्किलों में डाल दिया है। किसानों के लिए बारिश आफत बन गई है। किसानों को इस फसल से आय आने की उम्मीद थी, लगातार बारिश से यह उम्मीद खत्म हो गई है।
अनाज मंडी में शेड बनाने की मांग
अमृतसर में किसानों का कहना है कि लगातार बारिश के कारण हमारी पूरी फसल बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि हमारा सारा गेहूं बारिश के पानी से गीला और खराब हो गया है। जिसकी वजह से हमारा गेहूं कोई नहीं खरीद रहा है। हम सरकार से मांग करते हैं कि अनाज मंडी में शेड बनाया जाए ताकि गेहूं का उठाव समय पर हो और गेहूं खराब न हो।
अब 11-12 क्विंटल पैदावार हो रही
वहीं उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की सुध लेनी चाहिए और उनके नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। इस मौके पर दाना मंडी भगतांवाले के प्रधान अमनदीप सिंह छीना ने बताया कि प्रति एकड़ 22-23 क्विंटल गेहूं की पैदावार होती है। लेकिन बारिश होने कारण 11-12 क्विंटल पैदा हो रही है। साथ ही 25 हजार प्रति एकड़ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान पर पहले से ही बहुत कर्ज है। जब किसान अपनी मंडी में गेहूं आढ़ती को देते हैं तो ये उसकी जिम्मेदारी बन जाती है अब आढ़ती को नुकसान उठाना पड़ेगा, सरकार खरीद बहुत कम रही है। प्राइवेट घरानें गेहूं उठा रहे हैं और जो आढ़ती है वो सरकार को गेहूं बेचता है।
प्राइवेट घरानों को बेचने से ज्यादा फायदा
उन्होंने बताया कि हमें 45 रुपए प्रति क्विंटल का रेट मिलता है अगर हम प्राइवेट घरानों को गेहूं बेचते हैं तो हमें प्रति क्विंटल 56 रुपए की बढ़ोतरी मिलती है। बाजार में शेड की कमी है। सरकार को फसल को बारिश से बचाने के लिए चार या पांच शेड और बनाने चाहिए।