Travel alone by cab or auto with courage and wisdom : कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर दिया है। महिलाओं की सुरक्षा पर पूरे देश में बातें चल रही हैं लेकिन बढ़ते अपराधों ने हर किसी के मन में डर बैठा दिया है लेकिन डर का कोई हल नहीं होता है बल्कि हिम्मत और समझदारी के साथ अपनी सेफ्टी खुद करनी चाहिए। कई बार काम से लौटने में देर हो जाती है या फिर किसी अन्य वजह से कैब-ऑटो से अकेले ट्रैवल करना पड़ता है तो डर लगने लगता है। कैब-ऑटो से अकेले ट्रैवल करते हुए डरने की नहीं, बल्कि सचेत रहने की जरूरत होती है। अकेले ट्रैवल करते समय कुछ टिप्स को अपनाकर आप अपनी सेफ्टी का ध्यान खुद रख सकती हैं। आज हम यहां कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें अकेले कैब-ऑटो से ट्रैवल करते समय आप फॉलो कर सकती हैं।
इन टिप्स से रखें सेफ्टी का ध्यान
पहले ही राइड बुक करके निकलें
किसी भी जगह निकलने से पहले ही राइड बुक कर लेनी चाहिए। सड़क पर अकेले खड़े होकर राइड बुक करने से बचना चाहिए। साथ ही जब ड्राइवर लोकेशन पर आ जाए, तभी बिल्डिंग से निकलना चाहिए। अकेले ट्रैवल करते समय आपकी बॉडी लैंग्वेज से हमेशा कॉन्फिडेंस झलकना चाहिए। क्योंकि जहां आपके चेहरे या बॉडी लैंग्वेज से डर झलकने लगता है, वहीं अपराधी प्रवृत्ति के लोगों में दम आ जाता है।
नंबर प्लेट भी करें दो बार चेक
आप कैब-ऑटो ऑनलाइन बुक करें या फिर लोकल, हमेशा नंबर प्लेट को दो बार चेक करें। चेक करने के साथ-साथ गाड़ी के नंबर की फोटो खींच लें और किसी परिचित को भेज दें या फिर कहीं लिखकर रख लें। जब भी अकेले कैब में ट्रैवल कर रहीं हो तो दरवाजों के हैंडल जरूर चेक करें कि वह अंदर से ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर आपको कहीं भी शक होता है, तो तुरंत गाड़ी से उतर जाएं।
फैमिली को फोन पर करें इन्फॉर्म
जब भी कैब-ऑटो में अकेले ट्रैवल कर रही हों तो जरूर अपनी फैमिली या किसी अन्य परिचित को फोन करके बताएं। इस दौरान फोन पर जोर-जोर से गाड़ी का नंबर, लोकेशन और कब घर पहुंच रही हैं इस बारे में भी बताएं। जब तक राइड खत्म ना हो जाए तब तक फैमिली या किसी परिचित से फोन पर रहने के लिए कह सकती हैं। साथ ही उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में लोकेशन के बारे में भी बताती रहें।
स्पीड डायल पर एमरजेंसी नंबर
अकेले ट्रैवल करने से पहले हमेशा अपना फोन फुल चार्ज रखें। फोन में चार्जिंग रखने के साथ-साथ एमरजेंसी नंबर स्पीड डायल पर रखने चाहिए। हर महिला को वीमेन हेल्पलाइन नंबर भी स्पीड डायल पर रखना चाहिए। अपनी सेफ्टी के लिए तकनीक का भी भरपूर इस्तेमाल करनना चाहिए। फोन में ऐसे सेफ्टी ऐप्स जरूर रखें, जिसमें एक क्लिक पर एमरजेंसी कॉल लग जाए और साथ ही लोकेशन भी शेयर हो जाए।
अपने जीपीएस का करें इस्तेमाल
कैब-ऑटो से अकेले ट्रैवल करते समय हमेशा अपने ही जीपीएस का इस्तेमाल करें। लोकेशन और रास्तों पर अपनी नजर बनाकर रखें और किसी परिचित के साथ लगातार शेयर करते रहें। गूगल मैप्स पर आप अपने ऑफिस से लेकर घर का एड्रेस रजिस्टर भी कर सकती हैं। ड्राइवर से बात करने के लिए हमेशा ऑफिशियल टैक्सी ऐप का ही इस्तेमाल करें। अपना नंबर या कोई भी पर्सनल जानकारी ड्राइवर के साथ शेयर ना करें।
कंफर्टेबल कपड़े-जूते ही पहनें
वैसे तो आप जो पहनना चाहती हैं, वह पहन सकती हैं लेकिन अकेले ट्रैवल करते समय कोशिश करें कि आपने कंफर्टेबल कपड़े और जूते पहने हों। जिससे इमरजेंसी की सिचुएशन आने पर आपको तेज चलने या भागने में मुश्किल ना आए। ट्रैवल करते समय अगर ड्राइवर शॉर्ट कट के नाम पर सुनसान या अनजान रास्तों से ले जाने लगे तो उसे तुरंत रोकें। मेन रोड या भीड़-भाड़ वाले एरिया से जाने के लिए ही कहें। कैब या ऑटो की राइड को हमेशा सुरक्षित एरिया या अपने घर के सामने ही खत्म करें।
पेपर स्प्रे रखें पास, सतर्क रहें
महिलाओं को हमेशा अपने साथ कुछ ऐसी चीजें रखनी चाहिए जो इमरजेंसी की स्थिति आने पर आपकी मदद कर सकें। इसमें पेपर स्प्रे और सेफ्टी टॉर्च शामिल है। सेफ्टी टॉर्च ऐसे तो देखने में एक LED टॉर्च की तरह होती है लेकिन इसमें छिपी वोल्टेज तगड़ा झटका दे सकती है। कैब-ऑटो में ट्रैवल करते समय हमेशा अलर्ट रहें और सोएं बिल्कुल भी नहीं। फोन की स्क्रिन में देखने की बजाए हमेशा रास्तों पर ध्यान रखें। रास्ते में आने वाली पुलिस चौकी या स्टेशन का ध्यान रखें। अगर किसी स्थिति में आपकी कैब या ऑटो को कोई अनजान रोकता है तो तुरंत गाड़ी के दरवाजे और खिड़कियां लॉक कर लें और पुलिस को फोन कर दें।