हेल्दी रहने के लिए हैप्पी रहना जरूरी है और हैप्पी रहने के लिए हेल्दी होना। दोनों ही शब्द एक दूसरे के साथ चलते हैं। लेकिन हैप्पी आदमी होता क्यों है और क्यों दुखी हो जाता है। दरअसल आजकल की बदलती लाइफस्टाइल के कारण लोगों की पर्सनल लाइफ इफेक्ट हो रही है। लोग ऑफिस और बाकी चीजों की इतनी चिंता करते हैं कि उन्हें खुश रहने का समय भी नहीं मिलता है। इसके पीछे बॉडी में मौजूद हार्मोन काम करते हैं। इन्हें हैप्पी हार्मोन कहा जाता है। अगर हार्मोन काम न करें तो व्यक्ति के मन में उदासी छाने लगती है और चेहरे पर मुस्कान नहीं दिखती। मूड में बदलाव के कारण यही हार्मोन हैं। अगर यह डिसबैलेंस हो जाए तो इसका हेल्थ पर बुरा असर दिखता है। बता दें कि हमेशा तनाव में रहने वाले लोगों के शरीर में हैप्पी हार्मोन कम रिलीज होने लगते हैं, जिसके कारण कई तरह की समस्याएं होती हैं।
शरीर के 4 हैप्पी हार्मोंस
पहला हैप्पी हार्मोंस होता है सिरोटोनिन, दूसरा एंडोर्फिन, तीसरा ऑक्सीटोसिन और चौथा डोपामाइन। जब हम मानसिक तौर पर परेशान होते हैं तो हमारी बॉडी में इन हार्मोंस की कमी होती है, जिसका असर हमारी मानसिक सेहत पर पड़ता है। अगर आप चाहते हैं कि आप खुश रहें तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप कुछ ऐसा करें जिससे आपके ये हार्मोंस बूस्टेड रहें।
हैप्पी हार्मोन रिलीज होने से किसी भी व्यक्ति का मूड अच्छा रहता है, इसके साथ ही शरीर को हेल्दी रखने में भी हैप्पी हार्मोन मदद करते हैं। अगर बिगड़ी लाइफस्टाइल के कारण शरीर में हैप्पी हार्मोन कम रिलीज होने लगे हैं तो इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। शरीर में समय-समय पर रिलीज होने वाले हार्मोन ही किसी व्यक्ति को खुशी और गम का एहसास करवाते हैं। जब किसी व्यक्ति के साथ कुछ अच्छा होता है तो यही हैप्पी हार्मोन्स ब्रेन को मैसेज देते हैं, जिसके बाद व्यक्ति को अंदर से खुशी मिलती है।
शरीर के 4 हैप्पी हार्मोंस कैसे काम करते हैं -
सेरोटोनिन मूड को बूस्ट करने का काम करता है
सेरोटोनिन एक ऐसा हार्मोन है जो आपके मूड को बूस्ट करने का काम करता है। इस हार्मोन को बढ़ाने के लिए आप घर से बाहर दोस्तों के साथ या अकेले योग और मेडिटेशन करें, इससे सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाया जा सकता है। धूप सेरोटोनिन बढ़ाने में मदद करती है, ऐसे में ठंड के मौसम में धूप जरूर लें, यह हार्मोन मूड को सुधारने और तनाव को कम करने में मदद करता है।
एंडोर्फिन है खुशी का हार्मोन
एंडोर्फिन हार्मोन को खुशी का हार्मोन कहा जाता है, जो रोजाना एक्सरसाइज करने के दौरान शरीर में रिलीज होता है। खासकर रनिंग करने यानी दौड़ते वक्त एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है। आप अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन को शामिल करें, इससे आप एंडोर्फिन हार्मोन के लेवल को बढ़ा सकते हैं। अगर आप मानसिक तौर पर परेशान हैं, तो यह हार्मोन आपकी मदद कर सकता है। इसे बूस्ट कर मानसिक कष्ट को दूर किया जा सकता है।
डोपामाइन को बढ़ाने के लिए आप अच्छा म्यूजिक सुनें
शरीर में डोपामाइन को बढ़ाने के लिए आप अच्छा म्यूजिक सुनें, इससे शरीर में डोपामाइन का लेवल बढ़ता है। डोपामाइन बेहद महत्वपूर्ण हार्मोन है जो उत्साह और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है। म्यूजिक के अलावा पोषक तत्वों से भरपूर खाना, मेडिटेशन और योग के माध्यम से भी आप अपने शरीर में डोपामाइन स्तर को बढ़ा सकते हैं। डोपामाइन हार्मोन तब रिलीज होता है जब हमारे मस्तिष्क को यह संकेत मिलता है कि आपको कोई रिवॉर्ड मिलने वाला है। इस हार्मोन को रिवार्ड केमिकल भी कहा जाता है।
ऑक्सीटोसिन बढ़ाने के लिए अपनों के साथ वक्त बिताएं
इस हार्मोन को लव के लिए जाना जाता है। ऑक्सीटोसिन नाम का ये हार्मोन बहुत फेमस है। शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन उस वक्त रिलीज होता है, जब हम किसी से प्यार करते हैं, जैसे- किसी अपने को गले लगाना, पालतू जानवर के साथ खेलना, परिवार के करीब होना और उन्हें गले लगाकर प्यार जताना। शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन का स्तर बढ़ाने के लिए अपनों के साथ वक्त बिताएं।
ऐसे नियंत्रित रखें हार्मोन
- रेगुलर एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से आप मेंटली स्वस्थ होते हैं। फिजिकली भी फिट होते हैं। एक्सरसाइज करने के बाद बॉडी में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है और हैप्पी हार्मोन भी बढ़ जाते हैं।
- हेल्दी नींद लें
डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को 7 से 8 घंटे सोना जरूरी है। रात में गहरी नींद लेने से हार्मोन एक्टिव रहते हैं। इससे मूड अच्छा और खुश रहता है।
- परिवार, दोस्तों को समय दें
अकेले रहने वाले लोगों में इन हार्मोन की कमी पाई जाती है। देखा होगा कि इसी कारण अकेले जीवन जीने वाले लोग डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। हार्मोन को एक्टिव रखने के लिए परिवार, लवर और दोस्तों के साथ समय जरूर गुजारें।