कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो दुनियाभर में लोगों को अपना शिकार बना रही है। वहीं पहले के समय में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज करना काफी मुश्किल था। लेकिन आज के टाइम में मेडिकल साइंस इतना आगे बढ़ गया है कि अब कैंसर का इलाज भी काफी हद तक आसान हो गया है।
लेकिन फिर भी ये बीमारी आम लोगों के लिए अभी भी काफी मुश्किल भरा है। दरअसल कैंसर के इलाज के दौरान पेशेंट को कीमोथेरेपी देना दर्दभरा ही नहीं बल्कि इस दौरान बहुत सारे पैसा भी खर्च होता है। हालांकि वैज्ञानिकों की एक टीम को इस बीमारी को लेकर बड़ी कामयाबी मिली है।
जी हां रिसर्च टीम कि माने तो उन्होंने एक ऐसी दवा मिली है जिसकी मदद से इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। आइए जानते हैं स्टडी में कैंसर की बीमारी को ठीक करने वाले दवाई के बारे में वैज्ञानिकों का क्या कहना हैं।
ओरल कीमोथेरेपी दवा से ठीक हो सकता है कैंसर
मेडिकल रिपोर्ट्स कि माने तो ओरल कीमोथेरेपी एक दवा है, जो आमतौर पर गोली के रूप में होती है जिसका उपयोग कैंसर कोशिकाओं को मारने या कमजोर करने में मदद करती हैं। वहीं इस दवा से शरीर में मौजूद हेल्दी कोशिकाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।
स्टडी इस दवा को लेकर क्या कहती है
सेल केमिकल बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस एक गोली से घंटों की कोमीथेरेपी और उसके दर्द को कम किया जा सकता है। इस रिपोर्ट में उन्होंने ये भी दावा किया है कि इस दवा का मुख्य उद्देश्य सिर्फ उन्हीं कोशिकाओं को नष्ट करना हैं जिनमें कैंसर फैल रहा हो। बता दें कि फिलहाल दवा का अध्ययन केवल जानवरों और प्रयोगशाला प्रयोगों में किया गया है।
ये दवा कैंसर कोशिकाओं को कर सकती नष्ट
हेल्थ एक्स्पर्ट्स के अनुसार इस दवा की जांच करने के लिए अभी तक चूहों और कुत्तों पर ही इस दावा का टेस्ट किया गया जिसमें उन्हें बढ़िया रिजल्ट मिलें हैं। उनके अनुसार ये दवा कैंसर कोशिकाओं को बॉडी में फैलने से रोकने का काम करती है। यहीं नहीं इस एक्सपेरिमेंटल दवा से अन्य कैंसर इलाजों की प्रभावशीलता को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है।
वहीं कैलिफोर्निया कैंसर सेंटर सिटी ऑफ होप ने अपने स्टडी में बताते हैं कि ये दवा कैंसर के इलाज में वास्तव में काफी मददगार हो सकती है। साथ ही उनका ये भी कहना है कि पशुओं पर किए गए एक्सपेरिमेंट के रिजल्ट हमेशा कैंसर पेशेंट के इलाज में सफल साबित हों ये जरूरी नहीं है। लेकिन इस दवा के एक्सपेरिमेंट का रिजल्ट अब तक कैंसर को ठीक करने में काफी आशावादी हैं।
70 प्रकार के कैंसर पर इस दवा का एक्सपेरिमेंट हुआ
रिसर्चर के मुताबिक अब तक 70 प्रकार के कैंसर पर इस दवा के प्रभावों की जांच की गई है जिसमें से अधिकतर सफल रिजल्ट मिलें हैं। वहीं इस दवा की एक्सपेरिमेंट से स्तन कैंसर, स्मॉल सेल्स वाले फेफड़ों के कैंसर और न्यूरोब्लास्टोमा नामक तंत्रिका कोशिकाओं में शुरू होने वाले कैंसर को ठीक करने में काफी असरदार माना गया है। ओवरऑल देखा जाए तो ट्यूमर वाले चूहों में इस दवा ने कैंसर कोशिकाओं को प्रभावी ढंग से कम करने में सफलता प्राप्त की है।
2022 में इस दवा का टेस्ट एक मरीज पर किया गया
रिपोर्ट के मुताबिक इंसानों पर इस दवा का पहले चरण में क्लीनिकल टेस्ट चल रहा है। टेस्ट के पहले स्टेज में दवा की खुराक और उसके साइडइफेक्ट की जांच की जा रही है। हालांकि दवा की पहली गोली अक्टूबर 2022 में टेस्ट के दौरान एक पेशेंट को दी गई थी। जिसके परिणाम को लेकर अभी तक रिसर्च किया जा रहा है।