जालंधर निवासियों को 2 बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। आने वाले 6 महीनों में लोग काफी परेशान हो सकते है। इसका मुख्य कारण हैं: सीवरेज और टूटी सड़के। बता दें कि जालंधर में निगम का ओ. एंड एम. सैल बनने जा रहा है। जो नई पाइप डालने के लिए सड़कों को तोड़ेंगे, जिसके कारण आवाजाही में दिक्कते आयेगी साथ ही सीवरेज की समस्या भी बढ़ेगी।
पाइप डालने का काम दोबारा शुरू
सरफेस वाटर प्रोजैक्ट के तहत ज्यादातर मेन सड़कों पर पानी के पाइप डालने का काम दोबारा शुरू होने जा रहा है। इस काम के तहत अब अगले 4-6 महीनों में शहर की 50 किलोमीटर लंबी सड़कों को तोड़ा जाएगा जोकि बरसाती सीजन बीतने के बाद ही बन पाएंगी।
ये सभी मेन सड़कें टूटेंगी
कपूरथला चौक से डॉ अंबेडकर चौक, गुरु रविदास चौक से मॉडल टाउन श्मशानघाट तक, मॉडल टाऊन वाटर टैंक से मैनब्रो चौक और वहां से गुरु रविदास चौक तक। दीपनगर, किशनपुरा-काजी मंडी रोड, दकोहा फाटक, अरमान नगर, जेपी नगर मिट्ठू बस्ती रोड, कबीर विहार, राज नगर, गुज्जा पीर रोड, अड्डा होशियारपुर से किशनपुरा और वेरका मिल्क प्लांट क्षेत्र इन सभी इलाकों की सड़के तोड़ी जाएंगी।
जालंधर में लोग लंबे समय से सीवरेज जाम की गंभीर समस्या से जूझ रहे है। शहर के 85 वार्ड में से करीब 60 वार्ड सीवरेज जाम की परेशानी का सामना कर रहे हैं और विभाग के अधिकारी उन समस्याओं को हल नहीं कर पा रहे। ऐसे में नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।