पंजाब में लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के 5 में से चार मंत्रियों की हार के बाद मंत्रिमंडल में बदलाव की चल रही चर्चाओं को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने विराम लगा दिया है। आम आदमी पार्टी के महासचिव हरचंद सिंह बरसट का कहना है कि पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में फिलहाल किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जा रहा। पार्टी की तरफ से इस तरह की कोई तैयारी नहीं की गई है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री भगवंत लोकसभा हलका वाइज विधायकों, नेताओं व उम्मीदवारों से मीटिंग कर हारने के कारणों पर मंथन कर चुके हैं। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने भी विधायकों से मीटिंग की। दूसरी तरफ संदीप पाठक की अगुवाई में मीटिंग मोहाली में हुई थी।
इस बैठक में गुरप्रीत सिंह बनावाली, देविंदर सिंह लाडी धोस, हरमीत सिंह पठानमाजरा, अशोक पराशर पप्पी, दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला, वीरेंद्र गोयल और रवजोत सिंह शामिल थे। इसमें हर मुद्दे पर मंथन हुआ। साथ ही भविष्य को लेकर रणनीति तैयार की गई।
लोकसभा की तीन सीट ही जीत पाई आप
लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 13 लोकसभा सीटों में से केवल 3 पर जीत हासिल की है। इनमें संगरूर से गुरमीत सिंह मीत हेयर, आनंदपुर साहिब से मालविंदर कंग और होशियारपुर से राजकुमार चब्बेवाल का नाम है। 4 मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह 3 विधायकों को हार का मुंह देखना पड़ा।
46 से कम होकर 26 फीसदी हुआ वोट प्रतिशत
2022 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 117 सीटों में 92 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। उस समय पार्टी का वोट शेयर 46 फीसदी के करीब रहा था, जो कि अब कम होकर 26 फीसदी रह गया है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर AAP से आगे निकल गया। जबकि भाजपा करीब 19 फीसदी वोट बैंक के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गई है।
1 मंत्री का पद हुआ खाली
पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में कुल 17 मंत्री बनाए जा सकते हैं। गुरमीत सिंह मीत हेयर के मंत्री बनने के बाद एक पद खाली हो गया है। इस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा 15 मंत्री हैं। इनमें हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ बलबीर सिंह, ब्रह्म शंकर जिंपा, लाल चंद कटारूचक्क, लालजीत सिंह भुल्लर, हरजोत सिंह बैंस, हरभन सिंह ईटीओ, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, अनमोल गगन मान, बलकार सिंह और गुरमीत सिंह खुडि्डयां का नाम हैं।