नवंबर का आधा महीना बीत चुका है, लेकिन कड़ाके की ठंड का दूर-दूर तक असर नहीं दिख रहा है। हालांकि, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद मौसम बदलना शुरू हो गया है। वेस्ट हिमालय में रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हुआ है। जिसका असर पहाड़ों पर देखने को मिलेगा। जिसके बाद पंजाब और चंडीगढ़ में तापमान में गिरावट देखी जा सकती है। इस WD का असर 15 नवंबर को पंजाब के सरहदी इलाकों में भी हो सकता है। मौसम विभाग ने इस दिन अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन में बारिश की संभावनाएं जताई हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) के मुताबिक, एक दिन में पंजाब में अधिकतम तापमान 2.2 डिग्री और चंडीगढ़ में 1.8 डिग्री तक गिर गया है। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में करीब 1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन यह अब भी सामान्य से करीब 7 डिग्री ऊपर है।
पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ पंजाब में दिखेगा कोहरे का असर
पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ-साथ पंजाब-चंडीगढ़ में कोहरे का भी असर देखने को मिला है। पिछले कुछ दिनों से अमृतसर में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई है। मौसम विभाग ने 15 नवंबर तक कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। घने कोहरे के कारण फ्लाइट के समय में लगातार बदलाव हो रहा है।
पंजाब के दो शहर रेड जोन में
चंडीगढ़ के साथ-साथ पंजाब के दो शहर अमृतसर और मंडी गोबिंदगढ़ भी रेड जोन में आ गए हैं। चंडीगढ़, पंजाब में औसत AQI 418 और अधिकतम 500 है। जबकि सबसे ज्यादा औसत AQI अमृतसर में दर्ज किया गया। यहां AQI 326 रहा, जबकि अधिकतम 425 दर्ज किया गया। इसके अलावा, मंडीगोबिंदगढ़ में औसत AQI 303 और अधिकतम 468 दर्ज किया गया।
200 से अधिक उड़ानें प्रभावित
दिल्ली में AQI 432 के गंभीरस्तर पर पहुंच गया, जो कल रात 11 बजे के 452 से थोड़ा बेहतर है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह 6:30 बजे तक दृश्यता 500 मीटर तक घट गई, जो एक घंटे पहले 800 मीटर थी। इसके कारण 203 उड़ानें देरी से चलीं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 450 से ऊपर रहा। आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुण्डका, नजफगढ़, लाजपत नगर, पटपर्गंज, पंजाबी बाग, आरके पुरम, रोहिणी, विवेक विहार और वजीरपुर जैसे इलाकों में सुबह 6 बजे AQI गंभीर श्रेणी में 450 से ज्यादा था।