उत्तराखंड में स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब के कपाट 25 मई को खुल रहे हैं। जो भारी बर्फबारी से ढक गया है। बर्फबारी के बाद गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब की पहली तस्वीर भी सामने आई है। श्री हेमकुंट साहिब पहुंचकर सेना के जवानों ने बर्फबारी की स्थिति का जायजा लिया और सड़क का भी निरीक्षण किया। इस समय गुरुद्वारा साहिब लगभग 12 से 15 फीट बर्फ से ढका हुआ है। यहां स्थित झील भी बर्फ की सफेद चादर जैसी दिख रही है।
अटलकुटी ग्लेशियर, जो हेमकुंट साहिब से लगभग दो किलोमीटर पहले है, वहां से बर्फ काटकर रास्ता बनाना पड़ता है। बर्फ हटाने की सेवा पारंपरिक रूप से भारतीय सेना कि तरफ से प्रदान की जाती है।
गुरु गोविंद सिंह ने लगाया था ध्यान
बता दें कि हेमकुंट साहिब चमोली जिले में 4,329 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसके साथ ही यह प्रतिष्ठित सिख स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने हेमकुंड झील के तट पर ध्यान लगाया था। पौराणिक मान्यता यह भी है कि युद्ध में घायल होने के बाद लक्ष्मण ने हेमकुंड झील के तट पर ध्यान लगाया था। इससे वे ठीक हो गए थे।
चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही
उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है। 10 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धामों के कपाट खुलेंगे। 12 मई को भू बैकुंठ मोक्ष धाम बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा 2024 के लिए तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल 2024 से शुरू हो चुका है।