उत्तराखंड में भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच राज्य भर में जलभराव, भूस्खलन और सड़क अवरोधों का सामना कर रहा है। बुधवार को करीब 125 सड़कें ब्लाॅक हो गई हैं और उत्तराखंड में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। IMD ने राज्य के सभी जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
9 राज्य और नेशनल हाईवे समेत 125 सड़कें ब्लाॅक
रिपोर्ट के मुताबिक,बुधवार को बारिश के कारण राज्य में लगभग 125 सड़कें ब्लॉक हो गईं। जबकि स्टेट पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (पीडब्ल्यूडी) ने आज 87 सड़कों को खोलने की कोशिश की है और 63 सड़कें अभी भी खोली जानी बाकी हैं। ये सभी सड़कें पौडी, देहरादून, पिथौरागढ, चंपावत, अल्मोडा और नैनीताल जिलों में हैं।
बद्रीनाथ, यमुनोत्री और आदि कैलाश हाईवे पर भूस्खलन
लगातार बारिश के बीच भूस्खलन के कारण चारधाम मंदिरों की ओर जाने वाले नेशनल हाईवे भी ब्लॉक हैं। लामबगड़ के पास पागल नाला में भूस्खलन का मलबा आने से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे ब्लॉक हो गए हैं। यमुनोत्री हाईवे, डबरकोट के पास भी भूस्खलन का सामना करना पड़ा जिससे सड़क ब्लॉक हो गई। इसके अलावा, धारचूला और तवा घाट नेशनल हाईवे भी उस समय अवरुद्ध हो गया जब बुधवार को रौंगती नाला के पास पहाड़ों का एक बड़ा हिस्सा टूट गया।
देहरादून,पौड़ी,टिहरी और हरिद्वार के लिए ऑरेंज अलर्ट
उत्तराखंड मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें चंपावत, अल्मोडा, पिथौरागढ़ और उधमसिंह नगर के साथ-साथ कुमाऊं क्षेत्र का भी अधिकांश हिस्सा शामिल है। साथ ही देहरादून, पौडी, टिहरी और हरिद्वार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं नदियां
भारी बारिश के बाद उत्तराखंड में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंगा और सरयू खतरे के निशान से महज कुछ मीटर नीचे बह रही हैं, जबकि गंगा की सहायक नदियां अलकनंदा, मंदाकिनी और भागीरथी नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। गोमती, काली, गौरी और शारदा नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।