दिमाग को तेज करना है तो बादाम खाओ यह कहावत तो आप सभी ने भी सुनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि बादाम में फाइबर, विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फॉस्फोरस, प्रोटीन और भी कई जरूरी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो सेहत के साथ मेंटल हेल्थ के लिए भी काफी अच्छे होते हैं।
वहीं बहुत से लोग बादाम को भिगो कर खाते हैं तो कई लोग बादाम या फिर काजू को भूनकर या फिर कच्चा भी खाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है एक दिन में जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से बादाम खाने से आपके सेहत को फायदा मिलने की जगह नुकसान भी पहुंच सकता है।
ऐसे में आपके के लिए उआह जानना बहुत जरूरी है कि एक दिन में कितने बादाम खाने चाहिए और इसे खाने का सही तरीका क्या है। आइए जानते हैं बादाम खाने के सही तरीके और सही मात्रा के बारे में
एक दिन में इस तरह से खाएं बादाम
अगर आप बादाम खाने की शुरुआत करना चाहते हैं तो आप 2 भीगे बादाम से शुरू कर सकते हैं। वहीं आप बादाम को रात में भीगो दें और मॉर्निंग टाइम इसे छील कर खा लें। इसके बाद अगर आप दो बादाम को दिन भर में आसानी से पचा लेते हैं तो कुछ हफ्ते बाद 5 बादाम खाना शुरू करें।
अगर आपको बादाम खाने से उल्टी या अपच की समस्या महसूस होती है तो आप बादाम की संख्या न बढ़ाएं। बता दें कि धीरे-धीरे बादाम की संख्या बढ़ाने से आप रोजाना 10 बादाम खाना शुरू कर सकते हैं। अगर आप 3 महीने तक डेली 10 बादाम खाते हैं तो इससे सेहत को कई फायदें मिल सकते हैं।
यहीं नहीं जिन लोगों का डाइजेशन बेहतर है, डेली एक्सरसाइज करते हैं और पानी सही मात्रा में पीते हैं तो वह रोज 20 बादाम भी खा सकते हैं। हालांकि बादाम और बाकी नट्स में हेल्दी फैट्स, फाइबर और प्रोटीन का अच्छा सोर्स होते हैं। इन्हें पचाना मुश्किल होता है।
बादाम खाने से होते हैं ये सेहत फायदे
बादाम में विटामिन ई, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम और विटामिन-बी2 यानी राइबोफ्लेविन भी होता है। साथ ही इसमें आयरन, पोटेशियम, जिंक, फोलेट और विटामिन बी भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है।
इसके डेली सेवन से ताकत मिलती है, मेमोरी बूस्ट होती है, और पीरियड्स क्रैम्प्स दूर होते हैं। यही नहीं बादाम में रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने की क्षमता होती है। इनमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, या खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।
साथ ही बादाम एचडीएल या स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा ये बीपी को कंट्रोल करने, आँखों और दिमाग की सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होते हैं।