तिरुपति बालाजी में बीते दिन बड़ा हादसा हो गया है। तिरुपति बालाजी के भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के वैकुंठ द्वार दर्शन के टोकन लेने गए लोगों के साथ बड़ा हादसा हो गया है। भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई जिसके चलते छ: लोगों की एक साथ मौत हो गई है। इस दौरान 40 लोग घायल हो गए हैं। घायल हुए लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया है और उनका इलाज वहां चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी इस हादसे पर दुख जताया है। इसके अलावा उन्होंने राहत कार्यो का जायजा लेने के लिए आज सुबह अस्पताल में जाने के लिए भी कहा है। हादसा उस समय हुआ जब हजारों श्रद्धालु वैकुंठ द्वार दर्शन करने के लिए टोकन लेने पहुंचे। टोकन लेने के लिए वह कांउटर पर खड़े थे। 9 जनवरी को सुबह से टोकन बांटने शुरु होने थे लेकिन भक्त 8 जनवरी को रात से ही लाइन में लग गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, घटनास्थल पर करीब 4,000 लोग इकट्ठे हुए थे जिसके कारण स्थिति और भी बेकाबू हो गई।
मृतक महिला की हुई पहचान
मृतकों में से एक महिला मल्लिका की पहचान हुई है। मल्लिका के पति ने बताया कि उनकी पत्नी बाकी भक्तों के साथ टोकन लेने की कोशिश कर रही थी इसी दौरान भगदड़ मच गई और उनकी जान चली गई।
पुलिस ने दिया बयान
स्थानीय पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि जब टोकन जारी करने वाले केंद्र में एक कर्मचारी की तबीयत खराब हो गई। अस्पताल ले जाने के लिए केंद्र के दरवाजे खोल दिए गए। इसी बीच एकत्रित भक्तों ने सोचा कि क्यू लाइन टोकन जारी करने के लिए खोली गई है और वे तुरंत दौड़ पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इसी दौरान भगदड़ मच गई।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
इस घटना पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायल व्यक्तियों की जल्द ठीक होने की कामना भी की है।