शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रधान सुखबीर सिंह बादल समेत 17 पूर्व अकाली मंत्रियों को नोटिस भेजा गया है। 30 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब पर हुई पांचों तख्तों के जत्थेदारों की मीटिंग के बाद जारी आदेश की कॉपी सामने आई है। जिसमें सुखबीर बादल समेत 17 पूर्व मंत्रियों को 15 दिन में अपना-अपना स्पष्टीकर देने को कहा है।
श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी लेटर में लिखा गया है आप को सूचित किया जाता है कि 30 अगस्त 2024 को 5 सिख साहिबान की मीटिंग श्री अकाल तख्त साहिब में हुई। जिसमें शिरोमणि अकाली दल के साथ उस समय के कैबिनेट मिनिस्टर होते हुए आप भी बराबर के जिम्मेदार हैं। जिस लिए आप ने अपना स्पष्टीकरण 15 दिन के अंदर-अंदर श्री अकाल तख्त साहिब में निजी तौर पर पेश होकर दें।
इन पूर्व मंत्रियों को भेजा गया नोटिस
सुखबीर बादल सहित इस नोटिस में डॉ. उपिंदर कौर, आदेश प्रताप सिंह कैरों, गुलजार सिंह रणिके, परमिंदर सिंह, सुच्चा सिंह लंगाह, जनमेजा सिंह, हीरा सिंह, सरवन सिंह फिल्लौर, सोहन सिंह, दलजीत सिंह, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जगीर कौर, मनप्रीत सिंह बादल, शरणजीत सिंह, सुरजीत सिंह और महेशइंद्र सिंह को ये नोटिस जारी किया गया है।
जानें क्या है पूरा मामला?
पंजाब में अकाली दल की सरकार के समय में सुखबीर बादल पर डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने के अलावा सुमेध सैनी को DGP नियुक्त करने और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगा था।
2007 से 2017 वाले कैबिनेट वाले मंत्री अपना स्पष्टीकरण दें
फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा अकाली दल प्रधान और डिप्टी सीएम रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।