सुखबीर बादल के बाद अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को धार्मिक सजा सुनाई है। यह सजा पंज प्यारे की तरफ से दी गई है। उन्हें झूठे बर्तन साफ और जूते साफ करने की सजा दी गई है। इसके साथ ही सेवा करते समय वह जपुजी साहिब का पाठ करेंगे।
करीब एक घंटे तक की सेवा
धार्मिक सजा मिलने के बाद हरजिंदर सिंह धामी ने करीब एक घंटे तक गुरुघर में बर्तन साफ करने की सेवा की। बर्तन साफ करने की सेवा के बाद उन्होंने जूते-चप्पल साफ करने की सेवा की।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल बीते दिनों शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी वेब चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे। इस दौरान बीबी जागीर कौर को लेकर एक सवाल पूछा गया, जिस पर हरजिंदर सिंह धामी ने बीबी जागीर कौर के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया। इसे लेकर ही श्री अकाल तख्त साहिब ने उन्हें सजा दी है।
पंजाब महिला आयोग ने भेजा था नोटिस
हरजिंदर सिंह धामी के इस बयान के बाद पंजाब महिला आयोग ने नोटिस जारी किया है। नोटिस में उन्हें 17 दिसंबर तक जवाब देने के लिए कहा था। नोटिस का जवाब न देने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
श्री अकाल तख्त साहिब को भेजा माफीनामा
मामले के तूल पकड़ने के बाद खुद ही हरजिंदर सिंह धाम ने श्री अकाल तख्त साहिब को माफीनामा भेज दिया। माफीनामे में उन्होंने कहा कि फोन पर बात करते समय अनजाने में मुझसे कुछ आपत्तिजनक शब्द निकल गए। इस पद की गरिमा के विपरीत भाषा के लिए मैं माफी मांगता हूं। मैं बीबी जागीर कौर और सभी महिलाओं से माफी मांगता हूं। अकाल तख्त साहिब सभी सिखों के लिए सर्वोच्च है। मैं अकाल तख्त साहिब के किसी भी आदेश का पालन करूंगा।