जालंधर को अपना नया मेयर जल्द मिल सकता है। मेयर को लेकर पार्टी के बीच मंथन चल रहा है। मेयर की रेस में कई नेता दौड़ रहे हैं। पार्टी किस नेता को चुनेगी ये तो कहना फिल्हाल मुश्किल है। मगर कुछ संभावित चेहरे हैं जिनका नाम डिजीटल सुर्खियों में है। हालांकि पार्टी फिल्हाल अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।
अमूमन मेयर का ऐलान निगम की मीटिंग में ही होता है। मीटिंग से 72 घंटे पहले मीटिंग का एजेंडा जारी होता है। फिल्हाल एजंडे को लेकर भी कोई हलचल शुरू नहीं हुई है। वहीं, पार्टी में महिला मेयर को लेकर भी विचार तैर रहा है। सीनियर डिप्टी मेयर या डिप्टी मेयर का पद एससी काउंसलरों को मिल सकता है।
अश्विनी अग्रवाल रेस में आगे
वार्ड 80 से पार्षद बने अश्विनी अग्रवाल मजबूत दावेदार हैं। वह तीन साल से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। पार्टी का एक धड़ा उनका समर्थन भी कर रहा है। अग्रवाल ने जीतने के बाद वार्ड से अपने होर्डिंग्स उतरवाए थे। गन मेटल की औद्योगिक इकाई चलाने वाले अश्विनी अग्रवाल (47) पार्टी के लोकसभा प्रभारी भी हैं। अग्रवाल व्यवसायी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए उनका राजनीति में प्रवेश सभी के लिए, यहां तक कि उनके परिवार के लिए भी एक सरप्राइज था।
विनीत धीर मजबूत दावेदार
विनीत धीर चुनाव से ठीक पहले आप में शामिल हुए, मगर मेयर की रेस में उनका नाम भी लिया जा रहा है। हालांकि उनके मेयर बनने से पार्टी में नाराजगी के सुर भी सुनने को मिल सकते हैं। क्योंकि इससे आप के वह वर्कर और नेता नाराज हो सकते हैं जो सालों से पार्टी में काम कर रहे हैं।
अमित ढल्ल का लगा जोर
जालंधर नार्थ से पार्टी के विधायक उम्मीदवार दिनेश ढल्ल के भाई अमित ढल्ल का नाम भी इस दौड़ में शामिल है। अमित ढल्ल पहले भी काउंसलर रह चुके हैं। हालांकि दिनेश ढल्ल विधानसभा चुनाव हार गए थे। अमित ढल्ल वार्ड-24 से कौंसलर चुने गए हैं।
क्या बनेगी पहली महिला मेयर
इस बार 85 में से 44 पार्षद महिलाएं हैं। आप के पास 16 महिला पार्षद हैं। अगर पार्टी महिला मेयर बनाने पर विचार करती है तो अगर पार्टी किसी महिला को मेयर बनाने पर विचार करती है तो पार्टी के पास कई नए और कुछ अनुभवी चेहरे भी हैं। बस उनकी दावेदारी पर एक ही सवाल है वो ये कि वह पार्टी में चुनाव से पहले ही शामिल हुई हैं। अरुणा अरोड़ा के पास बाकी पार्षदों से अधिक तजुर्बा है।
हाईकमान को भेजा फीडबैक
जालंधर के मेयर चुनाव की रेस के देखरेख सीनियर लीडर कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत, विधायक राजविंदर कौर थियाड़ा, रमन अरोड़ा, पवन कुमार टीनू, नगर निगम चुनाव इंचार्ज हरभजन सिंह ईटीओ और आप सीनियर नेता दीपक बाली लगातार पार्टी हाईकमान को अपनी राय दे दी है। आखिरी फैसला सीएम भगवंत मान ने लेना है। अब सीएम इनमें से किसी नेता तो उम्मीदवार चुनते हैं या कोई नया चेहरा देतेे हैं। सूत्रों की मानें तो सीएम शहर में साफ और ईमानदार छवि का मेयर चाहते हैं