अभिनेता श्रेयस तलपड़े को 14 दिसंबर शाम दिल का दौरा पड़ा। शुक्रवार को मुंबई के अंधेरी इलाके के बेलेव्यू अस्पताल में उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। बता दें कि फिलहाल उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। एंजियोप्लास्टी रात लगभग 10 बजे की गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 47 साल के श्रेयस तलपड़े मुंबई में शूटिंग के बाद दिल का दौरा पड़ने से बेहोश हो गए थे। वीरवार शाम 'वेलकम टू जंगल' की शूटिंग के बाद बेचैनी की शिकायत पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल ने ऑफिशियल्स के मुताबिक वे पहले से ठीक हैं और कुछ ही दिनों में उन्हें छुट्टी दी जा सकती है। फैंस उनकी हेल्थ के आगे के अपडेट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
मालूम हो कि 47 साल के श्रेयस तलपड़े हिंदी और मराठी सिनेमा का काफी बड़ा नाम हैं। उन्होंने 2005 में इकबाल फिल्म में एक गूंगे बहरे लड़के का रोल अदा किया था जिसे काफी सराहा गया था। इसके अलावा उन्होंने शाहरूख खान के साथ फिल्म ओम शांति ओम में भी काफी अहम भूमिका निभाई थी। उनके खाते में गोलमाल रिटर्न्स, हाउसफुल 2 और डोर जैसी फिल्में भी शामिल हैं।
बॉलीवुड के कई अभिनेता हुए हार्ट अटैक के शिकार
गौर हो कि बॉलीवुड और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी ये हार्ट अटैक की पहली खबर नहीं है इससे पहले भी कई अभिनेताओं को काफी कम उम्र में हार्ट अटैक आए हैं। फिल्म अभिनेता और मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव को भी कुछ साल पहले हार्ट अटैक आने के कारण उनकी मौत हो गई थी। इससे पहले टीवी इंडस्ट्री के लोकप्रिय अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला हो या फिर बॉलीवुड के मशहूर सिंगर केके, दोनों की ही मौत की वजह हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट रही।
ऐसा हो क्यों रहा है?
अक्सर लोग ऐसे मामलों को पोस्ट कोविड कॉम्पलिकेशन का असर भी मानते हैं। कम उम्र में हार्ट अटैक आने की कई वजहें हैं। इनमें
– अनहेल्दी और बदलता लाइफस्टाइल
– रेगुलर हेल्थ चेकअप न कराना
– स्ट्रेस लेना
– ज्यादा स्मोकिंग और ड्रिंक करना
– एक्सरसाइज की कमी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हार्ट अटैक से बचने के तरीके
- हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको सबसे पहले शारीरिक रूप से एक्टिव होना चाहिए।
- इसके लिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज, वर्कआउट और प्राणायाम करें।
- इससे बचने के लिए हेल्दी डाइट लें। इसमें हरी सब्जियां, फल, नट्स और साधारण खाने का ही सेवन करें।
- हार्ट अटैक से बचने के लिए कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज आदि जैसी समस्याओं को मैनेज करें।
- इससे बचने के लिए समय-समय पर जांच कराते रहें।
- इसके लिए तैलीय पदार्थ और जंक फूड खाने से पूरी तरह परहेज करना चाहिए।