शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व विधायक पवन कुमार टीनू ने डेरा सचखंड बल्लां में श्री गुरु रविदास अध्ययन केंद्र को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सरकार पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि डेरे ने कभी किसी पार्टी से फंड की मांग नहीं की, बल्कि संगत खुद ही इतना चढ़ावा दे देती है कि जरुरत ही नहीं पड़ती।
पूर्व सीएम चन्नी ने दिखावे के लिए चैक दिया
टीनू ने कहा कि डेरा सच खंड बल्लां दोआबे के भाईचारे का प्रमुख केंद्र हैं। आज तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने कोई ग्रांट दी है और न ही डेरे ने मांग की है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने खुद ही 25 करोड़ का चैक डेरे को श्री गुरु रविदास अध्ययन केंद्र के लिए दिया है। ये सब दिखावा विधानसभा चुनावों को लेकर ही किया गया था। क्योंकि तीन दिन पहले चैक दिया और बाद इल्केशन कोड लग गया।
पवन कुमार टीनू ने कहा कि जब चन्नी ने डेरे को चैक दिया तो तब कहा गया था कि केवल वोट बैंक के लिए ही चैक दिया गया है और हुआ भी वही। चैक देने के ठीक तीन दिन बाद इलेक्शन कोड लग गया। चन्नी ने तब सियासी चैक डेरे को दिया था। जिसका अता पता नहीं है।
डेरे ने कभी ग्रांट जारी करने के लिए नहीं कहा
टीनू ने कहा कि जो ग्रांट डेरे को जारी की गई है व पंजाब निर्माण योजना के तहत दी गई है। जो कि किसी अन्य खाते से देने चाहिए थे। अगर ऐसा होता तो तुंरत ग्रांट डेरे को ट्रांसफर हो जानी थी। लेकिन पंजाब निर्माण योजना के पैसे दिए। जिसमें कई नियम थे और उनको पूरा करने के लिए काफी मशक्त करनी पड़ सकती थी। इतना कुछ होने के बाद भी डेरे ने कभी ग्रांट को जारी करने के लिए नहीं कहा गया।
सीएम मान ने भी वही किया जो चन्नी ने किया
टीनू आगे बोले कि 25 करोड़ डेरे को देने के कई बोर्ड शहर में लगाए गए। जबकि सभी को हकीकत पता थी। उसके बाद आप सरकार आई और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और केजरीवाल ने भी 25 करोड़ का चैक डेरे को सौंपा गया। जबकि सीएम मान ने भी वही किया जो चन्नी ने किया।
सीएम मान कह सकते थे कि पंजाब निर्माण योजना से डेरे के अध्ययन केंद्र को बाहर किया जाता है और दूसरे किसी खातों से ग्रांट दी जाती है। लेकिन ऐसा नही किया गया। झूठे वादे करके उपचुनाव भी जीत लिया। उसके बाद भी कुछ नहीं हो सका। लोगों से अपील है कि आप और कांग्रेस सरकार के इस रवैय्या का फैसला खुद करना है।