सर्दियों में हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह कम हो जाता है। ऐसे में दिल को शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जिसके कारण हृदय वाहिकाओं में तनाव बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसी के साथ इस मौसम में शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं। हालांकि हार्ट अटैक कभी भी अचानक से नहीं आता। आपका शरीर इसके कई संकेत देता है कि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। बस जरूरत है तो सतर्क रहकर इन संकेतों को पहचानने की।
खर्राटे हैं खतरे का इशारा
खर्राटे आपकी सेहत के लिए खतरा हैं। इसे स्लीप एपनिया भी कहा जाता है। सोते समय सांस में रुकावट के कारण खर्राटे आते हैं। इसका मतलब ये है कि आपके मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। ऐसे में रक्त वाहिकाओं और हृदय को शरीर व मस्तिष्क में रक्त प्रवाह करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। इस स्थिति में हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हार्ट फेल, हृदय गति बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
नाखूनों के नीचे काले धब्बे
नाखून आपके दिल का हाल बता सकते हैं। अगर बिना चोट के भी आपके हाथ या पैरों के नाखूनों के नीचे काले धब्बे हैं तो हो सकता है कि आपको कोई हार्ट प्रॉब्लम हो। हृदय या वाल्व की परत में संक्रमण यानी एंडोकार्डिटिस की स्थिति में नाखूनों के नीचे रक्त के धब्बे नजर आते हैं। ऐसे लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक की आशंका दो से चार गुना तक ज्यादा होती है।
अचानक से चक्कर आना
अचानक उठने पर या फिर बैठे हुए चक्कर आना दिल की खराब सेहत की निशानी है। जब आपके मस्तिष्क में पर्याप्त रक्त पंप नहीं होता तो ऐसी परेशानी होती है। इसके कारण आपको घबराहट भी महसूस होती है। इस स्थिति में हृदय की मांसपेशियां कमजोर और अस्थिर होने लगती हैं, जो हार्ट फेल का कारण बन सकती है।
सेक्स लाइफ में अरुचि
अगर आपकी कामेच्छा कम हो रही है या पार्टनर के करीब आने पर भी आपको अच्छा महसूस नहीं हो रहा है तो ये भी हार्ट प्रॉब्लम के कारण हो सकता है। दरअसल, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के कारण धमनियां संकीर्ण होने लगती हैं, जिससे रक्त प्रवाह में समस्या आती है। इसका सीधा असर आपकी सेक्स लाइफ पर पड़ सकता है।
मसूड़ों में खून आना
मसूड़ों में खून आने को अक्सर लोग ओरल हेल्थ से जोड़ते हैं। लेकिन यह हृदय रोग का इशारा भी हो सकता है। शोध बताते हैं कि मसूड़ों से बैक्टीरिया आपके रक्त प्रवाह में प्रवेश करते हैं और हृदय में सूजन पैदा करते हैं। जिसके कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक दोनों का खतरा बढ़ जाता है।