पंजाब के सबसे महंगे दिल्ली-जम्मू नेशनल हाईवे पर स्थित लाडोवाल टोल प्लाजा को फ्री करने को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, टोल के कर्मचारियों ने आज से टोल प्लाजा को फ्री करने की घोषणा की थी जिसे अब स्थगित कर दिया गया है। कंपनी ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर 4 दिन का समय मांगा है। वहीं, कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि अगर 4 दिनों में मांगों नहीं माना गया तो दोबारा संघर्ष शुरू कर देंगे और टोल को फ्री कर देंगे।
जानकारी के मुताबिक, बीते दिनों लाडोवाल टोल प्लाजा पर वर्कर यूनियन पंजाब के सद्स्यों की एक मीटिंग सहकार ग्लोबल मैनेजमेंट के अधिकारियों के साथ हुई। ये मीटिंग किसान यूनियन क्रांकिकारी दोआबा के प्रधान भाई नछत्तर सिंह की अगुवाई में हुई। इस मीटिंग दौरान टोल प्लाजा वर्कर यूनियन की पिछले कई समय से आ रही मुश्किलों के लिए कंपनी के अधिकारियों से बात की गई।
कई मांगों पर बनी सहमति
वहीं, मीटिंग के दौरान टोल प्लाजा कर्मचारियों ने 17 सितंबर को टोल फ्री करने वाला फैसला 4 दिनों के लिए वापस ले लिया। जानकार के मुताबिक, मीटिंग के दौरान प्रधान नछत्तर सिंह और बचितर सिंह ने बताया कि कंपनी की ओर उनकी कई मांगों पर सहमति पर बात चल रही है। लेकिन कुछ मांगों को अभी भी कंपनी की ओर से नहीं माना जा रहा है। जिसके चलते कंपनी ने उनसे 4 दिन का समय मांगा है।
मांगें नहीं मानी तो 4 दिन बाद फिर संघर्ष करेंगे
उन्होंने कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कंपनी ने उनके अधिकार उनको नहीं दिए तो वे अपना संघर्ष 4 दिन बाद फिर से शुरू करेंगे। मीटिंग में पंकज कुमार, मनमीत सिंह, रोहित कुमार, मणि कुमार, सिमरनप्रीत कौर, संगीता भारद्वाज, कुलजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
किसानों ने भी किया था टोल फ्री
आपको बता दें कि इससे पहले किसानों ने लगातार टोल प्लाजा को फ्री रखा था, वह टोल प्लाजा के रेट को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद कुछ बातों पर सहमति बनने के बाद किसानों ने 18 अगस्त को टोल प्लाजा पर लगाने वाले धरने का फैसला वापिस ले लिया। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर टोल प्लाजा मैनेजमेंट की ओर से किसी भी तरह का दुर्व्यावहार किया जाता है तो टोल पर स्थायी रूप से बैठने को मजबूर होंगे।