खबरिस्तान नेटवर्क। जालंधर के भोगपुर में नगर कौंसिल के प्रधान चुनाव के दौरान हंगामे के बाद नौबत धरने तक आ गई। आदमपुर हलके के एसडीएम को वापस लौटना पड़ा। इस दौरान कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली और उनके समर्थकों ने एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी की।
नगर कौंसिल भोगपुर के पार्षदों के बीच प्रधान के चुनाव दौरान माहौल तनाव हो गया था। कांग्रेस विधायक का आरोप है कि इस दौरान चुनाव कराने आए आदमपुर के एसडीएम और अन्य अधिकारी बिना बताए चले गए। नाराज कांग्रसी विधायक और काउंसलरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस के पार्षदों ने चुनाव न करवाने का विरोध किया और इस मौके पर आदमपुर हलके के कांग्रेस विधायक सुखविंदर कोटली ने एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी की।जिसके बाद मौके पर आदमपुर और भोगपुर थाने से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई।
प्रदर्शनकारियों ने जालंधर-जम्मू नेशनल हाईवे पर भी कुछ देर धरना दिया। विधायक सुखविंदर कोटली ने कहा कि कौंसलर चुने गए मनीष कुमार ने राज कुमारा राजा का नाम लिया। जिसके बाद दूसरा नाम 13 नंबर वार्ड के कौंसलर बीबी राज रानी का लिया गया। इस दौरान एसडीएम चुप हो गए और प्रोसिडिंग बुक पर नहीं लिखा बल्कि एक पेपर पर नाम लिखा लिया। जिसके बाद उन्हें हाथ खड़े करने के लिए कहा गया। जिसके बाद 9 कौंसलर ने हाथ खड़े किए तो एसडीएम एक फोन आने पर बिना प्रक्रिया पूरी किए मौके से चले गए। विधायक कोटली ने कहा कि वह कितनी बार चुनाव को टालते रहेंगे। इसके लिए अगर कांग्रेस पार्टी को हाईकोर्ट जाना पड़ा तो वह वहां भी जाएंगे। वहीं कुछ देर बाद तहसीलदार आए और उनके द्वारा बताया गया कि अगली तारीख 26 जनवरी के बाद जल्द ही दी जाएगी।