पाकिस्तान के बलूचिस्तान में 11 मार्च की दोपहर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA ) के हथियारबंद आतंकवादियों ने हमला किया और 450 यात्रियों से भरी जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक कर ली। पिछले 24 घंटे से लड़ाई जारी है। पाकिस्तान सुरक्षाबलों ने 27 लड़ाकों को मार गिराया है। बलूचों से 214 बंधकों में से 155 को छुड़ा लिया है। 59 अभी भी कब्जे में हैं। पाकिस्तानी सेना बंधकों को छुड़ाने के लिए हर स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम
BLA ने दावा किया कि हमले में 30 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। हालांकि सेना ने अब तक इतनी मौतों की पुष्टि नहीं की है।BLA ने जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। साथ ही सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
ऑपरेशन अभी भी जारी
बता दें कि हमले के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने पैसेंजर्स की रिहाई के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लड़ाकों पर ड्रोन और हेलिकॉप्टर से हमला किया। 27 बलूच लड़ाके मारे गए। 155 पैसेंजर्स को रिहा कराया गया। सेना का ऑपरेशन अभी भी जारी है।
पाकिस्तानी मंत्री - ये कायर लड़ाके हैं
पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने मंगलवार रात को बताया था कि सिक्योरिटी फोर्सेज ने कुछ यात्रियों को रिहा करा लिया है। कई लोगों को ट्रेन से उतारकर पहाड़ी इलाकों में ले जाया गया है। BLA के लड़ाके महिलाओं और बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सेना के सैनिक सावधानी से काम कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लोगों की जान जाने का खतरा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। ये लड़ाके कायर हैं। वे आसान टारगेट चुनते हैं और छिपकर हमला करते हैं।
BLA ने हमला क्यों किया
BLA लंबे समय से पाकिस्तान से अलग बलूचिस्तान देश की मांग को लेकर संघर्ष कर रही है और बलूचिस्तान में अलग सरकार चाहती है। BLA की यह भी मांग है कि पाकिस्तान आर्मी बलूचिस्तान से अपनी सभी सैनिकों का हटाए। बीएलए बलूचिस्तान से होकर गुजरने वाली चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना का भी विरोध रही है। आरोप है कि परियोजना के कारण बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं।
कैसा किया गया ट्रेन हाईजैक
पाकिस्तान के क्वेटा से जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह लगभग 9 बजे पेशावर के लिए रवाना हुई थी। इस ट्रेन को दोपहर 1.30 बजे सिब्बी पहुंचना था। लेकिन बोलान के माशफाक टनल में हमला हुआ। ट्रेन जहां से गुजर रही थी, वह पहाड़ी इलाका है। यहां 17 सुरंगें हैं, जिस कारण ट्रेन की रफ्तार धीमी करना पड़ी, जिसका फायदा उठाकर बीएलए ने माशफाक में टनल नंबर-8 को उड़ा दिया। इससे ट्रेन बेपटरी हो गई और ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया। इस हमले को BLA ने पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया। BLA के लड़ाके पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। हमले के लिए BLA ने अपने सबसे घातक लड़ाके मजीद ब्रिगेड और फतेह को तैयार किया था।