पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में अब और अहम खुलासे हुए हैं। सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में अंधाधुंध गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं अब दो साल बाद पुलिस ने हत्याकांड का बड़ा खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटरों ने पहले फायरिंग की प्रैक्टिस की थी। उन्होंने सभी हथियारों की जांच की और गैंगस्टरों को AK-47 राइफल से ट्रेनिंग दी गई थी। ये सारी ट्रेनिंग एक सुनसान जगह पर जाकर की गई। आरोपियों ने ग्रेनेड लांचर भी चलाने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हुए तो उसे पैक करके रख दिया।
पुलिसकर्मी बनकर जाने की भी प्लानिंग की
आरोपियों ने पहले मूसेवाला को मारने के लिए पुलिसकर्मी बनकर जाने की भी प्लानिंग की थी, लेकिन दो लड़कियां न मिलने पर प्लान को बदल दिया गया। हत्याकांड के आरोपी केशव पुत्र लालचंद निवासी आवा बस्ती बठिंडा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मूसेवाला की हत्या से पहले प्रियवर्त फौजी, दीपक मुंडी समेत अन्य सभी आरोपियों ने डबवाली के गांव सकता खेड़ा के खेतों में सुनसान जगह पर AK-47 समेत सभी पिस्टलों को चलाकर चेक किया था।
गोल्डी बराड़ ने मुहैया करवाए थे हथियार
मूसेवाला को भारी पुलिस सुरक्षा प्राप्त थी, जिसके कारण गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने गैंगस्टरों को बड़ी संख्या में पिस्तौल और AK-47 दिए थे। वहीं जब मूसेवाला की पुलिस सुरक्षा हटा दी गई तो गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने आरोपी केशव को फोन करके कहा था कि अब मूसेवाला के साथ पुलिस सुरक्षा नहीं है, तुम फतेहाबाद जाकर सभी साथियों को मानसा लाओ। इसके बाद केशव बाइक पर फतेहाबाद गया और अपने सभी साथियों को साथ मानसा लेकर आया था।
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में अंधाधुंध गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस और गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी।