Most of the candidates give preference to railway job after 12th : सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए रेलवे विभाग पहली प्राथमिकता होता है। रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) और रेलवे भर्ती सेल (RRC) जैसी संस्थाएं रेलवे में भर्ती करती हैं। बता दें कि रेलवे में नौकरी के कुछ एक्सट्रा फायदे भी मिलते हैं। स्पोर्ट्स कोटा के तहत सरकारी नौकरी हासिल करने वाले ज्यादातर अभ्यर्थी रेलवे को वरीयता देते हैं। रेलवे की नौकरी काफी सिक्योर मानी जाती है। बहुत मुश्किल परिस्थिति न हो तो रेलवे में नौकरी करने वालों को जॉब से नहीं निकाला जाता है। रेलवे में कई ऐसी भर्तियां हैं, जिनमें 12वीं पास युवाओं को भी नौकरी पर रखा जाता है। अगर आप रेलवे में नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो जानिए इसके सभी फायदे और पूरा प्रोसेस...
फायदे का सौदा है रेलवे की नौकरी
1- जॉब सिक्योरिटी- रेलवे की नौकरी सबसे सिक्योर मानी जाती है। इसमें रिसेशन की मार नहीं पड़ती है और किसी को नौकरी से जल्दी निकाला भी नहीं जाता है। एंप्लॉई को कुछ हो जाने की स्थिति में उसकी पत्नी, बच्चे या परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दे दी जाती है।
2- रहना-घूमना फ्री- रेलवे की नौकरी में कई सुविधाएं मिलती हैं। रेलवे के सभी कर्मचारियों को ट्रेन में फ्री ट्रैवल की सुविधा दी जाती है। कहीं किराया लगा भी हो तो कम ही होता है। जिन एंप्लॉइज को रेलवे क्वॉर्टर नहीं मिल पाता है, उन्हें एचआरए यानी हाउस रेंट एलाउंस मिलता है।
3- बढ़िया है सैलरी- रेलवे में प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर की सैलरी सालाना कम से कम 50-56 लाख के बीच हो सकती है। यहां के टॉप 10 प्रतिशत एंप्लॉइज की सैलरी 14 लाख रुपये और टॉप 1 परसेंट की 40 लाख रुपये तक होती है। इसके अलावा पेड लीव को एनकैश करवाने की सुविधा भी मिलती है।
4- स्पोर्ट्स को वरीयता- स्पोर्ट्स वालों को रेलवे की तरफ से खेलने का अवसर मिलता है। जो कर्मचारी हायर स्टडीज के लिए विदेश जाना चाहते हैं। रेलवे विभाग उन्हें पढ़ाई में सपोर्ट करता है और कुछ मामलों में (नियम व शर्ते पूरी होने पर) खर्च भी उठाता है।
5- मुफ्त है इलाज- रेलवे विभाग कर्मचारियों के इलाज का खर्च उठाता है। आप रेलवे हॉस्पिटल में इलाज के लिए जा सकते हैं। अगर वहां बीमारी के हिसाब से ट्रीटमेंट नहीं मिल पाए तो रेलवे बाहर इलाज करवाने का खर्च भी देता है।
RRB or NTPC के जरिए नौकरी
1- नौकरी की उम्र और योग्यता
RRB नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटगरी (NTPC) में नौकरी के लिए नोटिफिकेशन जारी करता है। जूनियर टाइमकीपर, जूनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट, अकाउंट्स क्लर्क कम टाइपिस्ट, ट्रेन क्लर्क और कमर्शियल कम टिकट क्लर्क जैसे कुछ पद 12वीं पास अभ्यर्थियों के लिए रिजर्व होते हैं। 18 से 30 साल की उम्र वाले युवा इन पदों के लिए परीक्षा दे सकते हैं। आरक्षित श्रेणियों के लिए उम्र सीमा में छूट का प्रावधान है। RRB NTPC में नौकरी के लिए हिंदी, इंग्लिश और कंप्यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए।
2- रेलवे में आवेदन कैसे करें
रेलवे भर्ती बोर्ड जोन के अनुसार वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी करता है। अगर आप रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको RRB की जोनल या रीजनल वेबसाइट पर लॉगिन करके एनटीपीसी पदों के लिए आवेदन (NTPC application form) फॉर्म भरना होगा। फॉर्म भरने के बाद अपनी फोटो और सिग्नेचर अपलोड करके निर्धारित पेमेंट करें। इसके बाद लिखित परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।
3- रेलवे परीक्षा पैटर्न क्या है
पहला चरण- कंप्यूटर आधारित परीक्षण (सीबीटी) : इसके लिए 2 घंटे मिलते हैं। इसमें 100 सवाल पूछे जाते हैं। इसमें जनरल अवेयरनेस के 40 सवाल, क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड के 30 सवाल और रीजनिंग के 30 सवाल होते हैं। दूसरा चरण- कंप्यूटर आधारित परीक्षण (सीबीटी) : इसके लिए भी 2 घंटे का समय मिलता है। इसमें 120 सवाल पूछे जाते हैं- जनरल अवेयरनेस के 50 सवाल, क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड के 35 सवालऔर रीजनिंग के 35 सवाल शामिल होते हैं।
4- कुछ पदों पर टाइपिंग टेस्ट
जूनियर अकाउंट असिस्टेंट, अकाउंट क्लर्क और सीनियर क्लर्क जैसे पदों पर भर्ती के लिए टाइपिंग स्किल टेस्ट देना अनिवार्य है। टाइपिंग स्किल टेस्ट में उम्मीदवार को बिना किसी बाहरी सॉफ्टवेयर की मदद के अंग्रेजी में कम से कम 30 शब्द प्रति मिनट या हिंदी में 25 शब्द प्रति मिनट टाइप करने होते हैं। आरआरबी योग्य उम्मीदवारों की मेरिट सूची बनाने के लिए टाइपिंग स्किल सेट के अंक नहीं जोड़ता है। यह सिर्फ योग्यता परखने के लिए लिया जाता है।
5- मेडिकल टेस्ट भी करें पास
लिखित सीबीटी परीक्षा, कंप्यूटर आधारित योग्यता परीक्षा और टाइपिंग स्किल टेस्ट पास करने के बाद उम्मीदवारों को मेडिकल परीक्षा पास करने पर ही रेलवे में नौकरी मिल सकती है। रेलवे भर्ती बोर्ड शारीरिक रूप से स्वस्थ उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी देता है। रेलवे में नौकरी के लिए अभ्यर्थियों की आंखों की रोशनी भी अच्छी होनी चाहिए।
6- जरूरी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
रेलवे भर्ती बोर्ड की लिखित परीक्षा के दोनों चरणों को पास करने के साथ ही जो उम्मीदवार टाइपिंग स्किल टेस्ट और मेडिकल एग्जाम भी पास कर लेते हैं, उन्हें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाता है। इसमें आधार कार्ड, पहचान पत्र, 10वीं, 12वीं सर्टिफिकेट व अन्य कई दस्तावेज दिखाने होते हैं। इसकी जानकारी कॉल लेटर में मिल जाती है। डॉक्यूमेंट में कोई भी गड़बड़ी होने पर कैंडिडेचर रद्द कर दिया जाता है।