महाकुंभ का आज 8वां दिन है। महाकुंभ मेले में रविवार दोपहर भीषण आग से गीता प्रेस के 180 कॉटेज जलकर राख हो गए। गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने दावा किया कि बाहर से चिंगारी आई, तभी आग लगी। वहीं अब आग की जांच मजिस्ट्रेट शिवेंद्र कुमार वर्मा को दी गई है। वह आग लगने के कारणों की जांच करने के अलावा इससे हुए नुकसान का भी आकलन करेंगे।
शिविरों में अवैध तरीके से सिलेंडर रखे गए
प्रारंभिक तौर पर गैस सिलेंडर में लीकेज से आग लगने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी जांच जारी है । आग की घटना के बाद यह भी चर्चा हो रही कि कई शिविरों में अवैध तरीके से सिलेंडर रखे गए हैं। कई लोगों ने बिना कनेक्शन के पांच लीटर के सिलेंडर भी रखे हैं। इससे खतरा बना रहता है।
अब तक 8.26 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया
बता दें कि महाकुंभ में सुबह 8 बजे तक 23 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। अब तक 8.26 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। भीषण आग में राख हुए श्री करपात्र धाम और गीता प्रेस के शिविर पुराने स्वरूप में उसी स्थान पर बनाए जाएंगे। इसके लिए आदेश दे दिया गया है। दो दिन में शिविर तैयार करने के लिए कहा गया है। तब तक के श्रद्धालुओं को दूसरे शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया है।