शारदीय नवरात्र में भक्त दुर्गा मां की अराधना करते हैं। इसमें भक्त 9 दिन का व्रत रखते हैं। इस व्रत में भक्त सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। भक्त सात्विक भोजन के साथ तेल मसाला खाने से बचते हैं। बता दें कि इस दौरान भक्त को कई चीजें खाने की मनाही होती है। अगर भक्त गलती से इन चीजों का सेवन करते हैं, तो व्रत टूटने का खतरा रहता है। नवरात्र के व्रत में खाने पीने का विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए। व्रत के दौरान ऐसी चीजों को खाना चाहिए, जिनके सेवन से शरीर को एनर्जी भी मिलती रहे और शरीर हाइड्रेट भी रहे। आपको बताते हैं नवरात्र व्रत के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिए -
प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए
नवरात्र के दौरान हरगिज प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। यह ताससिक भोजन में आती है और इसके सेवन से आपका व्रत टूट सकता है। ऐसे फूड्स खाने से भी बचें, जिसमें प्याज हो। आप लौकी, आलू और टमाटर का सेवन कर सकते हैं। साथ ही नवरात्र के दौरान लहसुन खाने से भी बचना चाहिए क्योंकि ये तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है।
अनाज व्रत में पूरी तरह से वर्जित
नवरात्र व्रत के दौरान अनाज खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह व्रत में पूरी तरह से वर्जित होते हैं। इसमें गेंहू के आटे से लेकर, मकई का आटा, सूजी और सभी प्रकार की दालों से बचना चाहिए। इसकी जगह आप साबूदाने और कट्टू के आटा खा सकते हैं।
ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स खाने से भी बचना चाहिए
शारदीय नवरात्र के दौरान ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स खाने से भी बचना चाहिए। डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन से पेट मे गैस के साथ कब्ज की परेशानी भी हो सकती है। व्रत के दौरान दही, छाछ या लस्सी का सेवन किया जा सकता है।
ज्यादा तला-भुना खाने से ब्लोटिंग की समस्या
नवरात्र के व्रत में कई बार आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं। ऐसे में ज्यादा तला भुना खाने से ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। इस कारण आपकी तबियत भी खराब हो सकती है। इस समस्या से राहत पाने के लिए हल्का और सुपाच्य भोजन खाएं।
मसालों के सेवन से बचना चाहिए
नवरात्र व्रत के दौरान कुछ मसालों के सेवन से बचना चाहिए। यह मसाले शरीर के लिए गरिष्ठ होते हैं। नवरात्र के दौरान काली इलायची, तेजपत्ता और दालचीनी खाने से बचना चाहिए। वहीं हरी इलायची, लौंग, काली मिर्च और जीरा का सेवन किया जा सकता है। व्रत के दौरान केवल सेंधा नमक का भी इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
नवरात्र व्रत में इन चीजों को खाने से बचना चाहिए। व्रत के दौरान पूरा दिन भूखे रहने के बजाए दिनभर में थोड़ी-थोड़ी देर बाद कुछ न कुछ खाते रहें।