हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत की नई फिल्म इमरजेंसी को लेकर लगातार विवाद छिड़ रहा है। पंजाब में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग बढ़ती ही जा रही है। वहीं, अब एडवोकेट इमान सिंह खारा ने पंजाब एंड हरियाणा में याचिका दायर की है।
जानकारी के मुताबिक, पिटीशन में उन्होंने कहा कि कंगना ने फिल्म में सिखों को गलत तरीके से पेश किया है। इस पर 1-2 दिन में सुनवाई हो सकती है। पिटीशन दायर करने वाले इमान खारा असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह के वकील हैं। वहीं, बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों ने प्रदर्शन किया।
6 सितंबर को होनी है रिलीज
कंगना रनौता का पुतला फूंका गया। सिखों का कहना है कि फिल्म पर रोक लगाई जाए। बता दें कि कंगना रनौत की ये फिल्म इमरजेंसी 6 सितंबर को रिलीज होगी। कंगना की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल 1975 में लगाई इमरजेंसी पर बनाई गई है।
सांसद ने केंद्र सरकार को लेटर लिख की रोक की मांग
फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई। इस संबंध में उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखकर फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है। सांसद खालसा ने कहा कि 'नई फिल्म 'इमरजेंसी' में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिसमें समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है।
अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए।
SGPC अध्यक्ष भी बैन लगाने की मांग कर चुके
बता दें कि फिल्म इमरजेंसी को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी भी फिल्म पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। SGPC अध्यक्ष ने फिल्म इमरजेंसी पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म में सिखों को गलत तरीके से दर्शाया गया है।
धार्मिक भावनाएं आहात करने का मामला दर्ज करने की मांग
एक्ट्रेस कंगना रनौत ने जानबूझकर सिखों को गलत तरीके से पेश करने के इरादे से यह फिल्म बनाई है। जिसे सिख समुदाय बर्दाशत नहीं कर सकता। उन्होंने कंगना रनौत के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज कने की मांग की है।