रूपनगर की जिला जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान कबड्डी खिलाड़ी चरणप्रीत सिंह के रूप में हुई है। वह पिछले 14 महीने से एनडीपीएस एक्ट के तहत रूपनगर जेल में बंद था। जेल प्रशासन ने कैदी के शव को सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है।
परिवार ने लगाए पिटाई के आरोप
मौत की खबर के बाद रूपनगर रेंज के जेल आईजी समेत एसएसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एक दिन पहले जमानत पर जेल से बाहर आए मिर्तक चरणप्रीत सिंह के भतीजे और परिवार के अन्य सदस्यों ने कहा कि जेल में मोबाइल फोन की बरामदगी को लेकर जेल प्रशासन ने कुछ दोषियों की पिटाई की थी और चरणप्रीत की मौत का कारण भी यही था।
जेल के अंदर मिलते ड्रग्स और मोबाइल फोन
मृतक के परिजन इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। भतीजे अविनाश ने आरोप लगाया कि अक्सर ड्रग्स और मोबाइल फोन मिलते हैं जेल के अंदर और ये सब जेल अधिकारी ही मुहैया कराते हैं जिसके लिए वो हजारों रुपए वसूलते हैं।
पुलिस ने मृतक के शव को मोर्चरी में रखवा दिया है और कार्रवाई की जा रही है, लेकिन मृतक के परिजनों का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ है। आई.जी. जेल आरके अरदा ने बताया कि दोषी चरणप्रीत सिंह की तबीयत बिगड़ने पर जेल में शुरुआती इलाज के बाद जब उसे रूपनगर के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जांच के बाद होगा मौत का खुलासा
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच भी शुरू हो गई है जिसमें सभी तरह के पक्ष सामने आएंगे। अभी तक किसी भी जेल कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जेलर ने मृतक के परिजनों द्वारा लगाये गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि न्यायिक जांच में सब कुछ स्पष्ट हो जायेगा।