जालंधर के फुटबॉल चौंक पर स्थित अरमान अस्पताल में परिजनों की तरफ से भारी हंगामा किया जा रहा है। जहा स्पाइन की सर्जरी के लिए 30 साल की कोमल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसको लेकर अब परिवार वालों ने डॉक्टर पर आरोप लगाए है कि डॉक्टर की गलती और लापरवाही के कारण उनकी बेटी की मौत हुई है। वही बता दे कि मृतका कोमल लेक्चरर थी। जबकि पति मर्चेंट नेवी में है।
माइनर सर्जरी को डॉक्टर ने लगाए 5 घंटे
परिवार वालों के अनुसार कोमल खुद इलाज करवाने के लिए अस्पताल गाड़ी चला कर आई थी। लेकिन इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। वही परिवार वालों ने आरोप लगया कि माइनर स्पाइन सर्जरी के ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों ने करीब 5 घंटे लगा दिए। वही इस ऑपरेशन के बाद लड़की की मौत भी हो गई।
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल परिजनों और भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से अस्पताल के बाहर रोष पाया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारी का कहना है कि दोनों पक्षों के साथ बातचीत की जा रही है। जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डाक्टर व स्टाफ पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए
पीड़ित परिवार ने अरमान अस्पताल के डाक्टर समेत स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार ने मांग की है कि डाक्टर व स्टाफ पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। जिला गुरदासपुर के गांव नवांशाला निवासी करणजीत सिंह ने शिकायत में बताया कि उनकी बेटी कोमल मुल्तानी स्पाइन रोग से पीड़ित थी। डाक्टर छाबड़ा ने कहा कि मामलू स्पाइन सर्जरी है। जिसके लिए बीते दिन 24 जून को कोमल को अस्पताल एडमिट करवाया गया। जहा डाक्टर छाबड़ा ने उनकी बेटी का ऑपरेशन किया।
सर्जरी के बाद कोमल बेसुध हो गई
लेकिन इस पेट की सर्जरी के बाद कोमल बेसुध हो गई और फिर उसकी मौत हो गई। परिवार के अनुसार डाक्टर की माइनर स्पाइन सर्जरी के दौरान की गई गल्ती के कारण कोमल की मौत हुई है। फिलहाल पीड़ित परिवार ने कार्रवाई की मांग की है।
मामले को लेकर डॉक्टर ने कही यह बात
वही दूसरी तरफ इस मामले को लेकर डॉक्टर ने कहा मरीज का ऑपरेशन बिल्कुल ठीक हुआ था, लेकिन BP नोरमल नहीं हो रहा था। जिसके कारण उसे वेंडिलटर पर भी रखा गया, हालांकि इसके बाद भी उसका BP नॉर्मल नहीं हुआ।