ED की जालंधर जोनल टीम ने लुधियाना और चंडीगढ़ में 5 बिजनेस और रेजिडेंशियल ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी रेड लीफ इमिग्रेशन प्राइवेट लिमिटेड और अन्य संस्थानों पर की गई। यह कार्रवाई Anti money laundering अधिनियम (PMLA) के तहत की गई। इमीग्रेशन सर्विसेज से जुड़े फ्रॉड की जांच के तहत यह कदम उठाया गया।
19 लाख कैश और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
बता दे कि इस दौरान ED को तलाशी में ₹19 लाख कैश और कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। जिन्हें जब्त कर लिया गया है और उनकी जांच की जा रही है। ED ने यह जांच पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की तरफ़ से दर्ज FIRs के आधार पर शुरू की। FIRs अमेरिकी दूतावास, नई दिल्ली के Overseas Criminal Investigations Office की शिकायत पर दर्ज की गई थी।
फर्जी एजुकेशन सर्टिफिकेट तैयार करते
जांच में सामने आया कि आरोपी कंपनियां और लोग स्टडी व वर्क वीजा के लिए आवेदन करने वाले अयोग्य (Ineligible) कैंडिडेट्स के लिए फर्जी एजुकेशन सर्टिफिकेट और एक्सपीरियंस लेटर तैयार करते थे। फर्जी बैंक बैलेंस दिखाकर वीजा आवेदन को मंजूरी दिलाने का प्रयास किया जाता था और फिर इसके बदले ये आरोपी भारी रकम वसूलते थे।
आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते
इसके साथ ही वीजा एप्लीकेशन में मिनिमम बैंक बैलेंस दिखाने के लिए फर्जी तरीके से पैसों का ट्रांसफर भी किया जाता था। इस तरह से जुटाए गए Proceeds of Crime (POC) को बैंक अकाउंट्स में डायवर्ट किया गया और इससे मूवेबल और इम्मूवेबल प्रॉपर्टी भी खरीदी गई। बता दें कि ED की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते है।