जालंधर ED ने दिल्ली की व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड के फाउंडर को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यक्ति को दिल्ली से सर्च के बाद गिरफ्तार किया गया है। बता दे कि व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड पर दूसरी कंपनियों के साथ मिलकर विभिन्न निवेशकों को झांसा देने का आरोप है। आरोपी की पहचान आरिफ़ निसार के रूप मे हुई है। जो इस कंपनी के फाउन्डर है। फिलहाल नासिर को 8 दिन का रिमांड मिला है।
जांच में पूरा सहयोग नहीं करना, नासिर पर पड़ी भारी
ED ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड और संबंधित संस्थाओं और व्यक्तियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत ये सर्च की गई थी। जिसके बाद जब जांच में पूरा सहयोग नहीं मिला तो ईडी जालंधर ने नासिर को गिरफ्तार कर लिया और उससे भारी मात्रा में रिकॉर्ड भी जब्त किया है। इसके आधार पर मामले में आगे की जांच जारी है। केस में अन्य साथियों और रिकॉर्ड के आधार पर पूछताछ की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
बता दे कि नोएडा के गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बीएनएस 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। ईडी की जांच में सामने आया था कि व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड ने दूसरी कंपनियों के साथ मिलकर विभिन्न निवेशकों को झांसा दिया है। उन्हें क्लाउड पार्टिकल्स बेचने और उन पार्टिकल्स को वापस लीज पर देने की आड़ में ज्यादा रिटर्न देने की बात कही गई।
जबकि इसके लिए उनके पास कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं था। पिछले काफी समय से ईडी जालंधर इस मामले में जांच कर रही थी और केस में अभी तक करीब 180 करोड़ से ज्यादा के एसेट जब्त भी कर चुकी है।
ED की दर्जनों शहरों मे सर्च
पंजाब की जालंधर ED टीम ने पंजाब, हरियाणा और मुंबई सहित 2 दर्जन से ज्यादा जगहों पर सर्च की थी। ये कार्रवाई व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज, बिग बॉय टॉयज और अन्य कंपनियों पर हुई थी। जांच में सामने आया कि व्यूनाउ और इससे जुड़ी कंपनियों ने शेल कंपनियों के जरिए बड़े पैमाने पर फंड रूट कर लग्जरी वाहनों और संपत्तियों में निवेश किया। इससे पहले 26 नवंबर 2024 को भी PMLA, 2002 के तहत इन कंपनियों के परिसरों में तलाशी ली गई थी।