खबरिस्तान नेटवर्क: इजरायल-ईरान के बीच संघर्ष 13 जून को शुरु हुआ था और आज इसका 11वां दिन है। अभी तक टकराव में दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ है। रविवार को इसमें नया मोड़ उस समय आया जब अमेरिका खुले तौर पर इसमें कूद गया। अमेरिका ने ईरान की तीन न्यूक्लियर साइट्स को भी निशाना बनाया है। इनमें फोर्डो, नतांज और एस्फहान शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान में तख्तापलट की पैरवी की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट कर लिखा है कि - 'शासन परिवर्तन शब्द का प्रयोग शब्द का प्रयोग करना राजनीतिक रुप से सही नहीं है लेकिन यदि वर्तमान ईरानी शासन को फिर से महान बनाने में असमर्थ है तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा? MIGGA!!!'
अमेरिका हमलों पर बोला ईरान
ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत आमिर सईद इरावानी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग में कहा कि ईरान जवाब देगा। उन्होंने कहा कि ईरान ने युद्धोन्मादी अमेरिकी शासन को बार-बार चेतावनी दी थी कि वह इस दलदल में न फंसे। उन्होंने आगे कहा कि ईरानी सेना ईरान की प्रतिक्रिया का समय, प्रकृति और पैमाने तय करेगी।
ईरान के 6 सैन्य ठिकानों पर किया हमला
इजराइल का इरान पर हमला लगातार जारी है। आईडीएफ ने ईरान की 6 सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। सूत्रों की मानें तो ईरान के 15 फाइटर जेट भी इस हमलें में तबाह हुए है।
पीएम ने की थी ईरानी राष्ट्रपति से बात
प्रधानमंत्री मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति पेजेश्कियान के बीच 45 मिनट लंबी बात हुई। इसमें पीएम मोदी ने तनाव कम करने की अपील की और पेजेश्कियान ने भारत को मित्र बताते हुए क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बहाल करने में भारत की भूमिका को खास बताया।
हाई अलर्ट पर अमेरिका
अमेरिका, इजरायल, ईरानी और रुसी अधिकारी पूर्ण युद्ध के बारे में चेतावनी भी दे रहे हैं। परमाणु तबाही का खौफ इतना बढ़ चुका है जो दश्कों में नहीं देखा। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तीन ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हवाई हमलों ने न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है।