भूले हुए इतिहास को बच्चों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है और साडा नाट घर समय-समय पर यह जिम्मेदारी निभाता है। इस सोमवार को साडा नाट घर के 181वें कार्यक्रम में चार साहिबजादों की शहादत को दर्शाते हुए दलजीत सोना द्वारा निर्देशित नाटक "साका-ए-सरहिंद" शहीदी दिवसों को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत किया गया।
इस नाटक में श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से लेकर चार साहिबजादों की शहादत तक का सफर दिखाया गया। इस नाटक में दलजीत सोना, मनिंदर सिंह, सुरिंदर सिंह, परमजीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह, अनमोलप्रीत कौर, मनप्रीत सान्याल, प्रभजोत कौर, हरमनजोत सिंह और फकीरचंद ने विभिन्न ऐतिहासिक किरदार निभाए। यह नाटक दर्शकों विशेषकर बच्चों को बहुत पसंद आया। एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के माध्यम से सभी धार्मिक इतिहास ज्ञान का भी परीक्षण किया गया जिसमें सुरिंदर सिंह नागी और हरमनप्रीत सिंह ने पुरस्कार जीते।
जसलीन कौर, हरप्रीत कौर, हरमनप्रीत सिंह और सुरिंदर सिंह नागी ने धार्मिक शब्दों के माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया। अंत में सभी को जलपान कराया गया तथा बच्चों को पुरस्कार भी दिये गये। अगले सोमवार को सदाबहार गायक मोहम्मद रफी की 100वीं जयंती के अवसर पर उनके जीवन पर आधारित दलजीत सोना द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक "फिको" और 30 तारीख को फिर से नाटक "साका-ए-सरहिन्द" प्रस्तुत किया जायेगा।