बीते दिन खनौरी बॉर्डर पर किसानों के द्वारा महापंचायत की गई। इसमें पंजाब भर से भारी संख्या में किसान शामिल हुए। जानकारी के अनुसार, एक लाख से भी ज्यादा किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सुनने के लिए पहुंचे। 41 दिन से आनशन पर बैठे हुए डल्लेवाल जैसे ही स्टेज पर आए तो लोगों ने तालियों के साथ उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनको आंदोलन से उठाने के कई प्रयास किए लेकिन नौजवानों ने मोर्चा संभाला और वह अपने मंसूबो में जीत नहीं पाए। भविष्य में सरकार हमला करके उन्हें आंदोलन से उठा न पाए इसके लिए पंजाब के हर गांव से एक ट्रॉली भरकर युवा शामिल हुए थे।
डल्लेवाल ने किया सबका धन्यवाद
किसान नेता डल्लेवाल ने भारी संख्या में आंदोलन में शामिल हुए किसानों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यदि लोगों का उन्हें ऐसा ही साथ मिला तो सरकार चाहे जितना भी जोर लगा ले हर हाल में किसान ही जीतेंगे। महापंचायत में आते हुए सड़क हादसों में कई किसानों को चोटें भी आई। यही दुआ करता हूं कि किसी का कोई नुकसान न हो सभी अपने घर सही सलामत चले जाए।
किसानों की लाशों से गुजरना होगा
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने इस दौरान कहा कि केंद्र और पंजाब सरकारें कभी भी बॉर्डर की ओर आ सकती हैं इसलिए किसानों से यही अपील की जाती है कि बॉर्डरों से किसानों की गिनती कम न हो। इसके अलावा यह भी साफ कर दिया जाता है कि यदि डल्लेवाल को किसी ने जबरदस्ती उठाने की कोशिश की तो फिर सरकारों को लाशों के ऊपर से गुजरना होगा।
7 लाख किसान कर चुके हैं आत्महत्या
डल्लेवाल ने इस दौरान कहा कि देशभर में कई किसान कर्ज में डुबे हुए हैं जिसके कारण करीब सात लाख किसान आत्महत्या भी कर चुके हैं। भविष्य में कोई और किसान आत्महत्या न करे इसलिए यह आंदोलन शुरु किया गया है। यदि एमएसपी की कानूनी गारंटी मिल जाएगी तो यह समस्या भी हल होगी।
बाकी किसान भी दें साथ
डल्लेवाल ने कहा कि पहले किसान आंदोलन पर देश के बाकी राज्यों के किसान नेता ने उलाहना भी दिया था कि पंजाब लड़ाई को बीच में से ही छोड़कर चला गया है। इस उलाहने को दूर करने के लिए हमने किसानी आंदोलन 2.0 की शुरुआत की थी। इस आंदोलन की जीत के लिए यह बहुत जरुरी है कि देश के बाकी राज्यों के किसान भी इस लड़ाई में उनका साथ दें।
10 जनवरी को करेंगे केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन
किसान नेता काका सिंह कोटड़ा की ओर से इस दौरान ऐलान भी किया गया है कि किसान जत्थेबंदियों ने सर्वसम्मति के साथ यह फैसला किया है कि अगले बड़े एक्शन के अंतगर्त 10 जनवरी को देश भर में मोदी सरकार के खिलाफ पुतले फूंके जाएंगे। यह प्रदर्शन हर गांव, कसबे और शहर में होगा। इस दौरान एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग के साथ-साथ कर्जे माफ करने जैसी कई प्रमुख मांगे भी उठाई जाएगी।