जैसे-जैसे लोग की उम्र बढ़ती जाती है या खराब लाइफस्टाइल की वजह से उनके शरीर से जुड़ी कई सारी समस्याएं होना शुरू हो जाता है। इन्हीं समस्याओं में से पीठ दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना भी है। यह समस्या खासतौर पर उन लोगों को अधिक होता है जो ऑफिस में घंटों डेस्क पर बैठ कर काम करते हैं। वैसे तो यह दर्द बहुत आम है। लेकिन इससे आपकी पूरी दिनचर्या प्रभावित हो सकती है।
इससे आपको उठने बैठने में दिक्कत हो सकती है। कुछ लोग इस दर्द से निजात पाने के लिए कई बार ओवर द काउंटर मेडिसिन ले लेते हैं लेकिन फिर भी उन्हें इस दर्द से राहत नहीं मिलता है। अगर आप भी अपने पीठ दर्द से बहुत ज्यादा परेशान हैं तो आप योग की मदद से इससे राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं पीठ दर्द से आराम पाने के लिए कौन-सा योगासन करना चाहिए।
भुजंगासन व धनुरासन से दूर होगी पीठ दर्द की समस्या
अगर आप पीठ दर्द की समस्या से परेशान है तो आप अपने डेली रूटीन में भुजंगासन व धनुरासन को जरूर शामिल करें। इन आसन को करने से पीठ की मांसपेशियां मजबूत होने और पीठ दर्द की समस्या दूर होती है। वहीं आप अपनी रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने के लिए इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं।
किस तरह से करें भुजंगासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप मैट बिछा कर पेट के बल सीधे लेट जाएं। हथेलियों को आगे की ओर फैला कर रखें। अब सांस को अंदर की ओर लेते हुए हथेलियों पर शरीर का भार देते हुए छाती को फर्श से ऊपर उठाएं।
फिर सिर को आराम से पीछे की तरफ खींचने की कोशिश करें। साथ ही इस बात का खास ध्यान रखें कि ये आसन करते हुए आपकी कोहनी मुड़ी हुई होनी चाहिए। इस पोजीशन में आपका सिर सांप की तरह नजर आएगा।
अब आप अपने हिप्स,जांघों और पैरों से फर्श की तरफ दबाव बढाएं। शरीर को इसी पोजीशन में लगभग 15 से 30 सेकेंड तक रखें और सांस की गति बनाएं रखें। ऐसा करने से आपके रीढ़ और कमर में खिंचाव महसूस होगा।
धनुरासन करने की विधि
धनुरासन करने के लिए सबसे पहले आप शांत जगह पर मैट बिछाकर पेट के बल लेट जाएं। अब आप अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और हाथों से अपने एड़ियों को पकड़ें। फिर सांस लेते हुए सिर छाती और जांघ को ऊपर उठाएं।
इसके बाद आप इसी अवस्था में कुछ देर बने रहें। साथ ही ध्यान रहे हैं कि इस अवस्था में आप धीरे-धीरे सांस लेते रहें और छोड़ते रहें। अब वापस पहले वाले मुद्रा में आ जाएं।
ये लोग न करें धनुरासन
जिन लोगों की पेट की सर्जरी हुई है उन्हें इस आसन को तब तक करने से बचना चाहिए जब तक डॉक्टर ऐसा न कहें। जिन लोगों को सिरदर्द, माइग्रेन या अनिद्रा की समस्या है उन्हें इसे नहीं करना चाहिए। अगर आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द है या गर्दन में चोट है तो इस आसन को करने से बचें।
इन लोगों को नहीं करना चाहिए भुजंगासन
जिन लोगों के पेट की सर्जरी हुई हैं उन्हें भुजंगासन नहीं करना चाहिए। साथ ही जो लोग पहले से स्पॉन्डिलाइटिस जैसी गर्दन की बीमारी से पीड़ित हैं या रीढ़ की गंभीर चोट से परेशान हैं तो उन्हें इस आसन को करने से बचना चाहिए। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान इस आसन को करने से बचना चाहिए।