ख़बरिस्तान नेटवर्क : शुभांशु शुक्ला 18 दिन स्पेस स्टेशन में रहने के बाद वापिस धरती पर लौट आए हैं। करीब 23 घंटे के सफर के बाद 15 जुलाई 3 बजे ड्रैगन स्पेसक्रॉफ्ट ने कैलिफोर्निया के तट पर लैडिंग की। चारों एस्ट्रोनॉट एक दिन पहले शाम 4 बजकर 45 मिनट पर स्पेस स्टेशन से पृथ्वी के लिए निकले थे।
25 जून को भरी थी उड़ान
एक्सियम मिशन 4 के तहत 25 जून को दोपहर करीब 12 बजे शुभांशु शुक्ला के साथ दूसरे अंतरिक्ष यात्री रवाना हुए थे। एक्सियम मिशन 4 के तहत 25 जून को दोपहर करीब 12 बजे ये रवाना हुए थे। सभी एस्ट्रोनॉट 26 जून को भारतीय समय के अनुसार शाम 4:01 बजे ISS पहुंचे थे।
एयरफोर्स ऑफिसर हैं शुभांशु शुक्ला
दरअसल अंतरिक्ष यात्रा के लिए शुभांशु शुक्ला का चयन नासा और इसरो के बीच हुए एक एग्रीमेंट के कारण हुआ है। इस एग्रीमेंट के तहत इस मिशन के लिए शुभांशु शुक्ला को चुना गया है। वह इंडियन एयरफोर्स ऑफिसर हैं। शुभांशु अंतरिक्ष में जाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय होंगे। उनसे पहले 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष यात्रा की थी।
यह था मिशन का उद्देश्य
शुभांशु ने मिशन के दौरान 60 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लिया। इनमें भारत के सात प्रयोग शामिल थे। उन्होंने मेथी और मूंग के बीजों को अंतरिक्ष में उगाया। स्पेस माइक्रोएल्गी' प्रयोग में भी हिस्सा लिया। अंतरिक्ष में हड्डियों की सेहत पर भी प्रयोग किए।