गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रिफ्लक्स ऐसी स्थिति होती हैं जिसमें पेट का एसिड बार-बार मुंह में आता है। कई बार ज्यादा खाना खा लेने से या फिर खाना ना पचने के कारण ये समस्या हो सकता है। दरअसल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रिफ्लक्स में पेट का एसिड बार-बार आपके मुंह और पेट को जोड़ने वाली नली में आता है।
कई बार ये समस्या एक या दो बार होकर सही हो जाती है, लेकिन अगर आप इसे लंबे समय तक इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो इसका इलाज समय रहते किया जाना बेहतर होता है। एसिड रिफ्लक्स के कई लक्षण होते हैं, जैसे सीने में जलन, सीने में दर्द अमूमन खाना खाने के बाद इसके अलावा सांस लेने में दिक्कत जैसी कई लक्षण एसिड रिफ्लक्स को दर्शाते हैं। खाने की आदतों में कुछ बदलाव और हेल्दी फूड आइटम्स का सेवन इस समस्या से राहत दिला सकता है। कुछ घरेलू उपायों को करके भी इस परेशानी से राहत पाई जा सकती है।
वर्तमान समय में हम जिस तरह कि जीवनशैली और रूटीन को फॉलो कर रहे हैं, उसके कारण हमारी पाचन क्रिया सही से काम नहीं कर पाती है। वहीं डाइट में फाइबर युक्त भोजन का कम होना और शारीरिक गतिविधियां को ज्यादा न कर पाना गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज या एसिड रिफ्लक्स का कारण बनता है।
एसिड रिफ्लक्स के कुछ सामान्य कारण
एसिड रिफ्लक्स के लिए हमारी जीवन शैली की कई सामान्य आदतें जिम्मेदार हो सकती हैं, जो एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को ट्रिगर करती हैं। जैसे सुबह से शाम तक में खराब रूटीन का फॉलो करना, डाइट से जुड़ी गड़बड़ियां, जिसमें खान-पान की खराब आदतें शामिल हैं। खाना सोने से ठीक पहले खाना, खा कर बैठना या तुरंत लेट जाना आदि। वहीं इनके अलावा कई बार ये समस्या कुछ दवाईयों या अन्य स्थिति के कारण भी हो सकती है जैसे प्रेगनेंसी।
एसिड रिफ्लक्स के संकेत और लक्षण
- खट्टी डकारें आना
-ब्लोटिंग या पेट फूल जाना
-कफ और गले में दर्द महसूस होना।
-पेट में दर्द होना
- सीने में जलन और दर्द महसूस करना।
- खाने के बाद या खाने के दौरान भी मुंह में बार-बार खराब स्वाद आना।
एसिड रिफ्लक्स के लिए घरेलू उपचार
1. धीरे-धीरे खाएं
अगर आप एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित हैं, तो आपको बहुत तेजी से खाने से बचना चाहिए और ईजी डाइजेशन के लिए भोजन को ठीक से चबा कर खाना चाहिए। इसके साथ ही एक बार में खूब सारा खाने खाने की बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में छोटे-छोटे मील लेना फायदेमंद हो सकता है।
2. फूड आइटम्स से बचें
कुछ फूड आइटम्स एसिड रिफ्लक्स को बढ़ा सकते हैं। बहुत ज्यादा ऑयली और फैटी खाना, मसालेदार खाना, टमाटर, प्याज, लहसुन, कॉफी, चाय, चॉकलेट और शराब जैसी चीजें सीने में जलन पैदा कर सकती हैं।
3. खाने के बाद टहलें
खाना खाने के बाद बैठने या लेटने की बजाय थोड़ा टहलें आपकी ये आदत खाने को पचाने में मदद कर के एसिड रिफ्लक्स की समस्या को कम करने में मदद कर सकती है। अगर आप खाना खाने के बाद बैठते हैं या फिर लेट जाते हैं तो आपके पेट में एसिड बन सकता है। बेहतर होगी कि बिस्तर पर जाने से तीन घंटे पहले खाना खा लें।
4. सोने का तरीका
एसिड रिफ्लक्स से राहत पाने के लिए आपका सिर आपके पैरों से छह से आठ इंच ऊंचा होना चाहिए। ऐसा करने से एसिड रिफलक्स की समस्या को कम किया जा सकता है।
5. वेट कंट्रोल करें
जब आप मोटे होते हैं या आपका वजन ज्यादा होता है तो पेट पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे पेट में एसिड का रिसाव हो सकता है। इसलिए, वजन कम करने वाले फूड आइटम्स का सेवन करके खुद को हेल्दी और फिर रखें।