मोहाली में पकड़ा गया गैंगस्टर राजन भट्टी सिर्फ नशा तस्करी ही नहीं बल्कि आतंकी लखबरी सिंह लंडा के गैंग से युवाओं को भी जोड़ता था। राजन जरूरतंद युवाओं की मजबूरी का फायदा उठा कुछ को नशे की आदत में डालता था और बाद में उनसे क्राइम करवाता था। वह लखबीर का राइट हैंड था।
बता दें कि पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा था राजन को। अब तक की जांच में ये बात सामने आई है कि चंडीगढ़ पुलिस ने तीन दिन पहले पकड़ा गया नशा तस्कर पमेश अरोड़ा भी इसी तरह से अपराध की दुनिया में आया था। पमेश को अरोड़ा शहर में किसी से नशा खरीदता था लेकिन जब नशा खरीदने के पैसे खत्म हो गए तो उसकी मुलाकात राजन भट्टी से हुई। जिसके बाद राजन ने उसे हेरोइन बेचना शरू करवा दिया।
टारगेट किलिंग को देना था अंजाम
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने मोहाली में टारगेट किलिंग अंजाम देना था, लेकिन उसके लिए वह अपने आका गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा के निर्देशों का इंतजार कर रहा था
अमीर लोगों को टारगेट पर रखता था
राजन भट्टी के टारगेट पर ट्राईसिटी के स्कूल और कॉलेजों के युवा थे क्योंकि ट्राईसिटी में हरियाणा, पंजाब और हिमाचल समेत कई अन्य प्रदेशों के युवा यहां पर पढ़ाई करने आते हैं। यहां के अमीर लोगों के लग्जरी लाइफ स्टाइल में कुछ गलत राह पर निकल पड़ते हैं, जिन युवाओं के पास कमाई का कोई साधन नहीं होता है। वह ऐसे ही युवाओं को टारगेट करता है।
आरोपी से 270 ग्राम हेरोइन व 7 लाख 97 हजार ड्रग मनी बरामद
गैंगस्टर राजन भट्टी को एसएसओसी ने सेक्टर-70 से गिरफ्तार किया था, जब वह अपनी बीएम डब्ल्यू गाड़ी में मोहाली आया था। जब एसएसओसी उसकी कार का पीछा कर रही थी तो उसने गली में गाड़ी घुसा ली थी और खुद को घिरा देखकर गाड़ी भगाकर एक कोठी में छलांग लगा दी थी, जहां कांटेदार तार से उसके हाथ जख्मी हो गए थे।
स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने जब उसकी बीएमडब्ल्यू गाड़ी की तलाशी ली तो एक .32 बोर पिस्टल, 4 कारतूस बरामद हुआ था। एसएसओसी टीम ने जब उसके सेक्टर-70 स्थित फ्लैट में छापा मारा तो .45 बोर पिस्टल, 5 कारतूस, 270 ग्राम हेरोइन व 7 लाख 97 हजार रुपये ड्रग मनी बरामद हुई। राजन भट्टी ने यह फ्लैट किराये पर लिया था।