लुधियाना में शिवसेना के नेताओं के घरों पर पेट्रोल बम फेंकने वाले 4 हमलावरों को नंवाशहर से गिरफ्तार कर लिया है। ये हमला बबर खालसा इंटरनेशनल मॉड्यूल ने करवाया था। पेट्रोल बम फेंकने के बाद भागे बाइक सवार सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गए थे। बाइक की नंबर प्लेट की मदद से पुलिस ने हमलावरों को नवांशहर के पास से पकड़ा है।
2 नेताओं पर हुआ था हमला
बता दें कि लुधियाना में दो शिव सेना के नेताओं पर हमला हुआ था। दोनों ही मामलों में बदमाश अलग-अलग है। यह बदमाश ज्यादातर चोरी और लूट की वारदात करने वाले है। वहीं पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि इनके पिछे किसका हाथ है। इन वारदातों
बब्बर खालसा इंटरनेशनल मॉड्यूल का पर्दाफाश
इस संबंध में पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने एक्स पर जानकारी दी है। काउंटर इंटेलिजेंस और लुधियाना पुलिस ने संयुक्त रूप से विदेशी व्यक्तियों हरजीत सिंह उर्फ लाडी और साबी द्वारा संचालित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया है।
इस ऑपरेशन ने शिवसेना नेताओं को निशाना बनाकर पेट्रोल बम की घटनाओं को सफलतापूर्वक सुलझाया है, जिसमें 16 अक्टूबर, 2024 को योगेश बख्शी के आवास पर हमला और हाल ही में 2 नवंबर, 2024 को लुधियाना के मॉडल टाउन एक्सटेंशन में हरकीरत सिंह खुराना के घर पर हुई घटना शामिल है।
माहौल खराब करने के लिए करवाया हमला
पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहन ने बताया कि बबर खालसा ने पंजाब का माहौल खराब करने के लिए गरीब घर के बच्चों को अपने स्लीपर सेल बना रखा था। इन्हीं स्लीपर सेल से पंजाब के अलग-अलग शिव सेना नेताओं पर हमले करवाए जा रहे थे। 16 अक्तूबर की रात शिव सेना नेता योगेश बख्शी के घर के बाहर हुआ हमला और अब हरकीरत सिंह खुराना के घर पर हुआ हमला एक ही गैंग के सदस्यों ने किया है।
इन लोगों ने इस वारदात को अंजाम बबर खालसा के संचालक हरजीत सिंह उर्फ लाडी के काफी करीबी माने जाने वाले मनीष के कहने पर दिया था। पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि इस गैंग का लवप्रीत फरार है। चार आरोपियों की पहचान मनीष, रविंदर पाल सिंह, जसविंदर और अनिल है।
बबर खालसा ने ही करवाया था प्रभाकर का मर्डर
बीते साल नंगल में बाइक सवारों के द्वारा विश्व हिन्दू परिषद के नेता विकास प्रभाकर के मर्डर केस में भी पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल ने खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि उनके ही गैंग के सदस्यों ने हरजीत सिंह के कहने पर विकास प्रभाकर का मर्डर किया था। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने कबूला कि वह चंद रुपयों की खातिर मनीष के कहने पर ऐसी वारदातों को अंजाम देते थे।