पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लडेंगे। कैप्टन ने सोमवार(19 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। जानकारी मुताबिक कैप्टन ने अपनी पत्नी परनीत कौर को भाजपा से पटियाला सीट से उतारने की पीएम के सामने रिपोर्ट कार्ड पेश की है।
परनीत कौर अभी कांग्रेस में हैं। संभावना जताई जा रही है कि वे अगले कुछ दिनों में भाजपा में शामिल हो जाएंगी। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आगामी लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में अकाली और भाजपा के गठबंधन के पक्ष में हैं।
कैप्टन की मुलाकात जेपी नड्डा से भी हुई थी
उन्होंने पब्लिकली गठबंधन के हक में अपना विचार स्पष्ट किया है। कैप्टन ने एक बयान में कहा कि पंजाब में भाजपा और अकाली गठबंधन पर उनकी बात पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई है।
अकाली दल से गठबंधन पर भाजपा को होता है नुकसान
वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ भी गठबंधन के हक में नजर आ रहे हैं, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष के सामने यह चुनौती पेश आ रही है कि पार्टी के कई सीनियर नेता गठबंधन के हक में नहीं हैं। गठबंधन के विपरीत पक्ष में नेताओं का कहना है कि अकाली दल से गठबंधन का भाजपा को हर बार नुकसान होता है।
पार्टी अपने विचारों के साथ लोगों को जोड़ने में असमर्थ रहती है। इन नेताओं का मानना है कि भाजपा को अगर पंजाब में अपनी जमीन तैयार करनी है तो अकाली से अलग होकर लोगों को अपनी नीतियों और विचार के साथ जोड़ना होगा।
पुराने राजनीति दल होने के कारण गांवो अच्छी पकड़
वहीं कैप्टन ने पंजाब में अकाली दल और भाजपा के गठबंधन पर जोर दिया है। कैप्टन ने कहा कि पंजाब के कई ऐसे जिले हैं, जहां शहरी इलाके में भाजपा का अच्छा वोट बैंक हैं। वहीं पंजाब के पुराने राजनीतिक दल होने के कारण अकाली दल की गांवों में अच्छी पकड़ है, जिसका फायदा चुनाव में मिल सकता है।
कैप्टन ने कहा, मैं किसानों के हक में
पूर्व सीएम कैप्टन ने कहा कि वह हमेशा से किसानों के हक में रहे हैं। उनकी मांगों को लेकर वह जल्द ही प्रधानमंत्री से बात करेंगे। उन्होंने कहा वह जब पंजाब के मुख्यमंत्री थे तब भी वह किसानों को अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली जाने देने के पक्ष में थे। अब भी केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत चल रही है। जल्द ही कोई हल निकलेगा